tikhinazar

= कई मकान मालिक एक ही कमरे में रख रहे हैं छह सात किराएदार
= ठेकेदारों के श्रमिकों की संख्या सबसे अधिक
= नदिया हो रही लगातार प्रदूषित

(((हरीश कुमार/राजू लटवाल/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

गरमपानी खैरना क्षेत्र में मकानों में किराएदार तो रख लिया जा रहे हैं पर शौचालय की उचित व्यवस्था ना होने से किराएदार उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी में खुले में शौच कर रहे हैं। जिससे नदी प्रदूषित होती जा रही है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मकान मालिको को किरायेदारों के लिए शौचालय की व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश दिए जाने की मांग उठाई है।
दरअसल बाजार क्षेत्र में आसपास के गांवों के लोग कमरे किराए पर ले रखे हैं। ठेकेदारों के श्रमिक भी किराए पर कमरा लेकर रह रहे हैं खास बात यह है कि कई जगह एक ही कमरे में छह सात से ज्यादा लोग रह रहे हैं। मकान मालिक को महज किराए से मतलब है। एक ही कमरे में छह सात लोगों के होने के चलते मकानदार के वहां शौचालय की उचित व्यवस्था नहीं है। जिससे कई लोग उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी में खुले में शौच कर रहे हैं। जिससे नदियां प्रदूषित होती जा रही है एक और प्रदेश सरकार नदियों को स्वच्छ निर्मल बनाए रखने के लिए लाखों करोड़ों रुपयज खर्च कर रही है। वही खैरना गरमपानी बाजार में मुनाफे के फेर में मकान मालिक अधिक से अधिक किरायेदारों को रख नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। शौचालय की व्यवस्था न होने से नदियां प्रदूषित होती जा रही है। स्थानीय लोगों ने मामले में गहरी आपत्ति जताई है। चेताया है कि यदि नदी क्षेत्र में खुले में शौच कर नदी क्षेत्र को प्रदूषित किया गया तो आंदोलनात्मक कार्रवाई की जाएगी।