🔳 लगातार भूस्खलन से दिनभर गिरते रहे पत्थर व मलबा
🔳 पत्थरों के गिरने से मलबा हटाने का कार्य भी हुआ प्रभावित
🔳 खैरना से रहा रुट डायवर्ट, यात्री हुए परेशान
🔳 यातायात ठप होने से हाईवे पर स्थित बाजारों में पसरा सन्नाटा
🔳 वैकल्पिक काकड़ीघाट – बेडगांव मोटर मार्ग के खस्ताहाल होने से वापस लौटे बड़े वाहन
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र में हालात बद से बद्तर हो चुके हैं। वाहनों तो दूर पैदल आवाजाही भी खतरनाक हो चुकी है। पहाड़ी से लगातार भूस्खलन होने से दूसरे दिन भी यातायात ठप रहा। खैरना से वाया रानीखेत होते हुए रुट डायवर्ट किया गया। जबकि काकड़ीघाट से वाया बेड़गांव होते हुए भी यात्रियों ने गतंव्य की दूरी नापी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में पहाड़ी से भूस्खलन का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। लोडर मशीन चालकों ने कई बार मलबा हटाकर आवाजाही सुचारु करने का प्रयास भी किया पर पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने से मशीन चालकों को पीछे हटना पड़ा। बीते रविवार से बंद पड़े हाईवे पर रविवार को भी पूरे दिन यातायात ठप पड़ा रहा। लगातार पत्थर व मलबा गिरने से अब पैदल आवाजाही भी खतरनाक हो चुकी है। हाईवे के बंद होने से आसपास के बाजार क्षेत्रों में व्यवसाय भी प्रभावित हो गया। वाहनों की आवाजाही न हो पाने से क्वारब, नैनीपुल, सुयालबाडी व आसपास के बाजार क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा रहा। खैरना क्षेत्र में पुलिसकर्मी सुबह से वाहनों को रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा की ओर भेजने में जुटे रहे। इधर काकड़ीघाट से वाया बेंड़गाव होते हुए चौसली क्षेत्र में निकलने वाले मोटर मार्ग पर भी हालात बिगड़ने पर बड़े वाहनों को आधे रास्ते से वापसी करनी पड़ी। स्थानीय हरेंन्द्र बेलवाल, रिंकू बेलवाल, पूरन सिंह, गोधन सिंह आदि ने मोटर मार्ग को दुरुस्त करने के बाद ही बड़े वाहनों की आवाजाही करवाए जाने की मांग उठाई है।