🔳 जमीनों की रजिस्ट्री व दाखिल खारिज को शुरु हुई प्रक्रिया
🔳 940 प्राथमिक, 215 जूनियर व 190 इंटर कॉलेज चिह्नित
🔳 स्कूलों की जमीनों पर किया अतिक्रमण भी हटेगा
🔳 जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाचार्यो को किया निर्देशित
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
पर्वतीय क्षेत्र में नियमों की धज्जियां उड़ाकर जमीनों की खरीद फरोख्त कर उद्देश्य बदलने वालों के खिलाफ प्रशासन के नकेल कसने के बाद अब शिक्षा विभाग ने भी विद्यालयों की जमीनों को सुरक्षित करने की कवायद तेज कर दी है। जिलेभर में विद्यालयों की जमीन पर स्वामित्व को लेकर विभाग ने विद्यालय भवनों की जमीन की रजिस्ट्री व दाखिल खारिज की प्रक्रिया शुरु कर दी है। जिला शिक्षा अधिकारी हर्ष बहादुर चंद के अनुसार पूरे जिले में प्रधानाचार्य को जमीनों की रजिस्ट्री, दाखिल खारिज करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में बाहरी राज्यों से आकर कृषि कार्य के लिए जमीन खरीदने व बाद में उद्देश्य बदल बड़े बड़े रिजोर्ट व होटल बनाए जाने के मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन के शिकंजा कसे जाने के बाद कृषि भूमि के नाम पर जमीनों को खरीद उद्देश्य बदलने के मामलों का खुलासा होने लगा है। इसी के तहत बेतालघाट ब्लॉक के सिल्टोना गांव में उत्तर प्रदेश बाहुबली विधायक राजा भैया की पत्नी की जमीन भी सरकार खाते में दर्ज कर ली गई है। अब स्कूलों की जमीनों पर स्वामित्त को लेकर शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। दान नामा समेत वन पंचायत व अन्य श्रेणी की जमीनों में संचालित स्कूलों की जमीनों की रजिस्ट्री शिक्षा विभाग के नाम पर करने की कवायद शुरु हो गई है। जनपद में करीब 940 प्राथमिक 215 जूनियर व 190 इंटर कॉलेज की रजिस्ट्री हुआ दाखिल खारिज किया जाना है जबकि 350 विद्यालयों की पूर्व में रजिस्ट्री हो चुकी है रजिस्ट्री व दाखिल खारिज हो जाने के बाद विद्यालयों की जमीन पर शिक्षा विभाग का स्वामित्व हो जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी हर्ष बहादुर चंद्र के अनुसार सभी चिन्हित विद्यालयों के प्रधानाचार्यो को रजिस्ट्री व दाखिल खारिज के निर्देश दिए गए हैं। भविष्य में विद्यालयों की भूमि पर अतिक्रमण करने वालों पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरु होगी।