🔳 खतरनाक स्थानों पर नदारद है सुरक्षित यातायात के उपाय
🔳 कई बार उठ चुकी मांग बावजूद की जा रही अनदेखी
🔳 कई लोग गंवा चुके जान पर नहीं चेत रहा विभाग
🔳 व्यापारियों ने एनएच प्रशासन पर लगाया गहरी नींद में होने का आरोप
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
सल्ट ब्लॉक के कुपी बस हादसे के बाद भी तंत्र नींद से नहीं जाग रहा। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर ही कदम कदम पर बड़ी घटना का अंदेशा मंडरा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। अतिसंवेदनशील दोपांखी, भोर्या बैंड समेत तमाम स्थानों पर सुरक्षित यातायात के उपाय नदारद है। पर्यटक व यात्री जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं।
कुमाऊं के महत्वपूर्ण हाईवे में शुमार अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रोजाना सुबह से शाम तक सैकड़ों वाहन आवाजाही करते हैं। वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है बावजूद हाईवे के हालात बद से बद्तर हो चुके हैं। अतिसंवेदनशील भोर्या बैंड क्षेत्र में सप्ताह भर पूर्व कार के कोसी नदी क्षेत्र की ओर गिरने के बाद भी सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए जा सकें है वहीं दो पांखी व पाडली तथा रातीघाट क्षेत्र में भी सुरक्षा उपाय नदारद है। लगातार खतरा बढ़ने के बावजूद अनदेखी किए जाने पर एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पूर्व में हाईवे पर जहां लोग जान गंवा चुके हैं वहां भी आज तक एनएच विभाग सुध नहीं ले सका है जिस कारण अनहोनी का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, भैरव नैनवाल, मनोज नैनवाल, पंकज नेगी, विरेन्द्र सिंह बिष्ट आदि ने एनएच प्रशासन पर कुम्भकरणी नींद में होने का आरोप लगाया है। खतरे वाले स्थानों पर कभी भी बड़ी घटना सामने आने का अंदेशा भी जताया है।