🔳 बेतरतीब वाहनों को पार्क किए जाने से पर्यटक भी परेशान
🔳 क्षेत्रवासियों ने जताई नाराजगी, कार्रवाई की उठाई मांग
🔳 वाहनों की पार्किंग करने वालों के खिलाफ एक्शन लेने पर दिया जोर
🔳 पर्यटकों की आवाजाही से पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की कही बात
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]

अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर खैरना क्षेत्र में कोसी नदी पर बना ब्रितानी दौर का सेतु पार्किंग का अड्डा बन गया है। नए सेतु निर्माण के बाद एनएन प्रशासन ने ब्रितानी दौर के ऐतिहासिक सेतू पर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। वर्षों तक यातायात का भार उठाने वाले सेतू पर वाहनों को पार्क किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने गहरी नाराजगी जताई है। वाहनों को हटाकर पुल को पर्यटकों के लिए खोलने की मांग उठाई है। वाहनों को पुल पर पार्क करने वालों के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया है।
खैरना क्षेत्र में कोसी नदी पर चूने के गारे व मास की दाल के मिश्रण से तैयार ब्रितानी दौर का सेतू आज भी मजबूत है। सौ वर्ष से भी अधिक की आयु पूरी करने से नजदीक ही एक नया पुल भी तैयार कर लिया गया है। नए पुल से ही अब वाहनों की आवाजाही करते हैं। ब्रितानी दौर के ऐतिहासिक सेतू से कोसी नदी का लुत्फ उठाने को पर्यटक यहां पहुंचते हैं। एनएच प्रशासन ने पुल पर वाहनों की आवाजाही भी प्रतिबंधित कर दी है बावजूद ऐतिहासिक सेतू पर कई वाहन चालक वाहन को पार्क कर दे रहे हैं। पुल पर वाहनों का जमावड़ा लग जाने से पर्यटकों की भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा नेता दिलिप सिंह बोहरा ने पुल को पर्यटन गतिविधियों के लिए दुरुस्त कर बेतरतीब ढंग से खड़े वाहनों को हटवाए जाने पर जोर दिया है। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी के अनुसार ब्रितानी दौर का ऐतिहासिक सेतू क्षेत्र की शान है पर वाहनों की पार्किंग का अड्डा बन जाने से सेतू पहचान खो रहा है। विरेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, विनोद मेहरा, मनोज बिष्ट, संजय सिंह आदि ने पुल से वाहनों को हटवाए जाने की मांग उठाई है ताकि पर्यटकों की आवाजाही से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को गति मिल सके।

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