🔳 हाईवे से नदी को ओर मंडरा रहा दुर्घटना का खतरा
🔳 लंबा समय बीतने के बावजूद एक अदद पैराफिट निर्माण भी नहीं कर सका विभाग
🔳 जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर वाहन चालक व यात्री
🔳 लगातार अनदेखी पर व्यापारियों ने जताई नाराजगी
🔳 जल्द सुरक्षित यातायात के ठोस उपाय किए जाने की उठाई मांग
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे क्वारब ही नहीं बल्कि अतिसंवेदनशील दो पांखी क्षेत्र में आवाजाही करने वाले यात्रियों की जिंदगी पर बडा़ खतरा मंडरा रहा है। आपदा के बाद से अब तक नदी की ओर सुरक्षात्मक कार्य नहीं होने से जोखिम बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद सुध नहीं ली जा रही। रात के समय आवाजाही खतरनाक हो चुकी है। एनएच के सहायक अभियंता रमेश चंद्र पांडे के अनुसार सुरक्षात्मक कार्य प्रस्तावित है जल्द ही कार्य करवाए जाएंगे।
कुमाऊं के महत्वपूर्ण हाईवे पर कदम कदम पर जोखिम बना हुआ है। क्वारब क्षेत्र में खतरनाक रुप ले चुकी पहाड़ी बड़ी घटना की ओर इशारा कर रही है तो वहीं अतिसंवेदनशील दोपांखी क्षेत्र में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। वर्ष 2021 में आपदा से सड़क को नुकसान पहुंचने के बाद एनएच प्रशासन ने पहाड़ी काट आवाजाही के लिए हाईवे को चौड़ा जरुर कर दिया पर शिप्रा नदी की ओर सुरक्षात्मक कार्य करवाना एनएच प्रशासन भूल गया है। सुरक्षित आवाजाही को कोई भी व्यवस्था न किए जाने से हाईवे से नदी की ओर खतरा बना हुआ है। लंबा समय बीतने के बावजूद पैराफिट निर्माण तक नहीं किया जा सका है जिस कारण वाहन चालक व यात्री जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हैं। रात के समय सफर और ज्यादा खतरनाक हो जा रहा है। व्यापारी नेता मनीष तिवारी, विरेन्द्र सिंह बिष्ट, गजेंद्र सिंह ने आरोप लगाया की लगातार मांग उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। रोजाना बड़े बड़े अधिकारियों के हाईवे पर आवाजाही करने के बाद भी उन्हें खतरा दिखाई नहीं दे रहा। व्यापारियों ने जल्द सुरक्षा के ठोस उपाय किए जाने की मांग उठाई है। एनएच के सहायक अभियंता रमेश चंद्र पांडे के अनुसार दो पांखी क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य प्रस्तावित है। जल्द कार्य करवा लिया जाएगा।