🔳 दिल्ली, देहरादून, लखनऊ, चंडीगढ़ से पहाड़ जा रही रोडवेज बसें भी जाम में फंसी
🔳 मध्य रात्रि खड़िया से लदे ट्रक के फंसने से खड़ी हुई मुसीबत
🔳 खैरना से किया गया रुट डायवर्ट, यात्री हुए परेशान
🔳 दोपहर में क्रेन व लोडर मशीन की मदद से बामुश्किल हटाया जा सका ट्रक
🔳 कई यात्रियों ने क्वारब से अल्मोड़ा तक पैदल ही नाप दी दूरी
🔳 बेड़गांव – काकड़ीघाट मोटर मार्ग पर भी घंटों जाम में फंसे यात्री
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी के ठिक नीचे खड़िया से लदे ट्रक के फंसने से आवाजाही ठप हो गई। दिल्ली, देहरादून, लखनऊ, चंडीगढ़ से पहाड़ जा रही रोडवेज बसें जाम में फंस गई। यात्रियों को खासी फजीहत का सामना करना पड़ा। दोपहर दो बजे क्रेन व जेसीबी मशीन से कैंटर को हटाए जाने के बाद हाइवे बामुश्किल छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोला जा सका। बड़े वाहनों के लिए खैरना से रुट डायवर्ट कर दिया गया।
नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी परेशानी का बन चुकी है वहीं हाइवे पर दो सौ मीटर के दायरे में आवाजाही बेहद ख़तरनाक हो चुकी है। मध्य रात्रि करीब दो बजे के आसपास बागेश्वर से खड़िया लेकर हल्द्वानी की ओर जा रहा ट्रक यूके 04 सीबी 8920 दरक रही पहाड़ी के ठिक नीचे फंस गया। चालक ने ट्रक को निकालने की कोशिश की पर वाहन हाइवे पर धंसता चला गया। वाहन को छोड़ चालक मौके से निकल गया। ट्रक के हाईवे के बीचोंबीच फंसने से दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की कतार लग गई। दिल्ली, देहरादून चंडीगढ़, लखनऊ आदि शहरों से पहाड़ जा रही रोडवेज की बसें भी जाम में फंसी रही। यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने खैरना से रुट डायवर्ट कर वाहनों को वाया रानीखेत भेजना शुरु किया। दोपहर में क्रेन व जेसीबी मशीन की मदद से बामुश्किल ट्रक को हटवाया जा सका तब जाकर बामुश्किल 12 घंटे बाद छोटे वाहनों की आवाजाही शुरु हो सकी। हाईवे एकदम संकरा होने से फिलहाल बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। इधर कुछ वाहन चालक काकड़ीघाट से बेड़गांव होते हुए अल्मोड़ा की ओर रवाना हुए पर मोटर मार्ग के संकरा होने से वहां भी घंटों तक जाम लगा रहा
बड़े वाहनों के चालकों ने जबरन निकाले वाहन
क्वारब में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। मंगलवार को छोटे वाहनों की आवाजाही शुरु होने पर बड़े वाहनों के चालकों ने भी जबरन वाहनों को निकालना शुरु कर दिया। एनएच कर्मियों ने हाईवे के हालात का हवाला भी दिया बावजूद बड़े वाहन चालकों ने एक न सुनी और जबरदस्ती खतरे के बीच वाहन आगे बड़ा दिए। एनएच के अपर सहायक अभियंता जगदीश पपनौई के अनुसार लगातार मलबा गिरने से हाइवे की चौड़ाई कम हो चुकी है। ऐसे में बड़े वाहनों की आवाजाही से खतरा बढ़ने का अंदेशा है बावजूद चालक मनमानी पर आमादा है।
रात के समय आवाजाही सबसे ज्यादा खतरनाक
क्वारब क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी से करीब डेढ़ सौ मीटर की ऊंचाई से लगातार भूस्खलन होने से खतरा बना हुआ है जिसकी हाईवे पर करीब दो सौ मीटर दायरे में लोग जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे हैं। रात के समय खतरा कई गुना बढ़ जा रहा है। रात के वक्त न पहाड़ी से गिर रहा मलबा दिख रहा है और न पत्थर। ऐसे में वाहन चालक जिंदगी खतरे में डाल आवाजाही कर रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने रात के वक्त सख्ती से आवाजाही प्रतिबंधित करने की मांग उठाई है।