🔳 छोटे बड़े वाहनों की लगी लंबी कतार, खैरना से रुट डायवर्ट
🔳 चार घंटे बाद बामुश्किल सुचारु हो सका यातायात
🔳 पहाड़ी से गिर रहे मलबे व बोल्डरों से हाइवे को भी पहुंच रहा नुकसान
🔳 हाइवे के टूटने से आवाजाही हुई खतरनाक
🔳 जल्दी निकलने के फेर में बेड़गांव मोटर मार्ग पर भी घंटे फंसे रहे कई वाहन
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर कमजोर पड़ चुकी पहाड़ी से हुए भारी भूस्खलन से आवाजाही ठप हो गई। यात्री वाहन जहां तहां फंस गए। खैरना से वाया रानीखेत होते हुए रुट डायवर्ट कर दिया गया। कुछ वाहन चालकों ने चौसली से वाया बेड़गाव निकलने का प्रयास किया पर संकरा मार्ग होने से वहां भी जाम लग गया। जेसीबी मशीनों से मलबा व बोल्डर हटाए जाने के बाद बामुश्किल चार घंटे बाद हाइवे पर यातायात सुचारु हो सका।
हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में आए दिन दरक रही पहाड़ी बड़ी अनहोनी की ओर इशारा कर रही है। लगातार गिर रहे मलबे से हाइवे भी संकरा हो चुका है। शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे के आसपास पहाड़ी एक बार फिर दरक गई। विशालकाय बोल्डर व मलबा हाइवे पर आ गिरा। गनीमत रही की आवाजाही कर रहा कोई यात्री वाहन चपेट में नही आया और बड़ा हादसा टल गया। एकाएक हुए भूस्खलन से आवाजाही ठप हो गई। पहाड़ से तराई तथा तराई से पहाड़ जा रहे यात्रियों व पर्यटकों के वाहन जहां तहां फंस गए। दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की कतार लग गई। आवाजाही ठप होने से खैरना क्षेत्र से रुट डायवर्ट कर वाहनों को वाया रानीखेत भेजा गया। चौकी प्रभारी क्वारब गोविंदी टम्टा ने एनएच प्रशासन से संपर्क साध दो जेसीबी मशीनें मौके पर बुलवाई। सूचना पर एनएच के अवर अभियंता जगदीश पपनै भी पहुंच गए। भारी भरकम बोल्डर व मलबा होने से मशीन चालकों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इसी बीच कुछ वाहन चालकों ने चौसली क्षेत्र से वाया बेड़गाव से काकड़ीघाट होते हुए हाईवे पर निकलने का निर्णय लिया। देखा-देखी कई वाहन चालकों ने भी उसी मार्ग को रुख कर लिया। बेड़गांव के समीप मार्ग संकरा होने से वहां भी जाम की स्थिति बन गई। कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। ग्रामीणों ने बामुश्किल आवाजाही शुरु करवाई। हाईवे पर करीब पांच बजे मलबा हटाए जाने के बाद यातायात सुचारु हो सका। एनएच के सहायक अभियंता जीसी पांडे के अनुसार स्थिति को देख मौके पर जेसीबी मशीन तैनात कर दी गई है।