🔳 पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जगह जगह गिरा मलबा हटाया
🔳 छह दिनों से मोटर मार्ग पर ठप थी आवाजाही
🔳 हाइवे पर पहुंचने को पैदल दूरी नाप रहे थे जौरासी व गौणा गांव के बाशिंदे
🔳अस्थाई रुप से सड़क खुलने से ली किसानों व दुग्ध उत्पादकों ने राहत की सांस
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से छियोडी धूरा गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग को खोलने को ग्रामीणों के आगे के बाद अब रामगढ़ ब्लॉक के जौरासी व गौणा गांव के बाशिंदों ने भी फावड़े बेलचे की मदद से पांच घंटे की मशक्कत के बाद जगह जगह बंद मोटर मार्ग पर गिरे मलबे को हटाकर आवाजाही सुचारु करवाई। रोड खुलने के बाद किसानों व दुग्ध उत्पादकों को भी राहत मिल गई।
बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से ग्रामीण सड़कों पर जगह जगह भूस्खलन होने से आवाजाही प्रभावित हो गई। विभागों ने जेसीबी मशीनों की मदद से मोटर मार्गों से मलबा हटाने को युद्धस्तर पर अभियान चलाया पर सूदूर गांवों में आवाजाही सुचारु नहीं हो सकी। बीते रोज छियोडी धूरा गांव के बाशिंदों ने श्रमदान कर चमड़ियां – लोहाली – छियोडी धूरा सड़क से मलबा हटाकर जिम्मेदारों को आईना दिखाया। गुरुवार को हाइवे से सटे रामगढ़ ब्लॉक के जौरासी गौणा गांव के बाशिंदे भी पिछले छह दिनों से बंद गांव की सड़क को खोलने निकल पड़े। करीब छह घंटे तक जगह जगह पहाड़ी से गिरे मलबे को हटाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल अस्थाई रुप से आवाजाही सुचारु की गई। छह दिन बाद गांव में आवाजाही सुचारु होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। सड़क के बंद होने से ग्रामीणों को कई किमी की दूरी पैदल नापकर हाइवे पर पहुंचना पड़ रहा था। सड़क से मलबा हटाने के कार्य में महेंद्र नेगी, राजेंद्र नेगी, नरेंद्र सिंह नेगी, पूरन सिंह, रुप सिंह, भूपेंद्र सिंह, मुकेश नेगी, नवीन, गोविंद आदि ने सहयोग किया।