= एक स्कूटी व बाइक सवार पर भी गिरे थे पत्थर
= संयोगवश बाल-बाल बच गए दोनों
= सौरभ पर काल बनकर गिरे पत्थर

(((कुबेर सिंह जीना/महेंद्र कनवाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर जिस जगह पहाड़ी से काल बनकर बाइक सवारों पर पत्थर गिरा उसी स्थान पर चंद मिनट पहले ही एक स्कूटी व बाइक सवारों की आसपास भी पत्थरों की बरसात हुई। बमुश्किल  बाइक व स्कूटी सवार लोग बाल-बाल बचे। पहले भी कई लोग पहाड़ी से पत्थर गिरने से बाल-बाल बचे हैं वही हाईवे पर दोपांखी, भोर्या बैंड आदि क्षेत्र में खतरा बरकरार है।
गुरुवार को हुई दुर्घटना में हल्द्वानी निवासी सौरभ ने अपनी जान गवा दी। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि सौरभ व पंकज की बाइक पर पत्थर गिरने से पहले एक स्कूटी व बाइक सवार पर भी पत्थर गिरे पर संयोगवश दोनों बाल-बाल बच गए। कुछ देर रुकने के बाद दोनों गंतव्य की ओर रवाना हो गए पर पत्थरों की चपेट में सौरभ व पंकज आ गए। बदकिस्मती से सौरभ जिंदगी की जंग हार गया। जिस जगह पर दुर्घटना हुई वह स्थान भी खतरनाक हो चुका है उसके साथ ही दोपांखी तथा भौर्या बैंड पर भी खतरा काफी बढ़ चुका है। लोग जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर है।

बचपन से ही मेहनती था सौरभ

मृतक सौरभ बचपन से चार भाइयों में दूसरे नंबर का होने के बावजूद मेहनत कर घर चलाता। परिवार की स्थिति भी दयनीय है। पत्थर की चपेट में आने से सौरभ की मौत होने से परिजनों को भी गहरा धक्का लगा है।वह बेहद मिलनसार स्वभाव का भी था। परिजनों के अनुसार सौरव व उसका दोस्त काफी सुबह ही अल्मोड़ा की ओर रवाना हो गए थे घर के सभी लोग सोए हुए थे। सुबह सौरभ से किसी की मुलाकात भी ना हो सकी।

दैवीय आपदा मद से मृतक के परिवारों को दिया जाए मुआवजा

दुर्घटना में मारे गए सौरव के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठी है। कहा है कि दैवीय आपदा मद से गरीब परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए। व्यापारी नेता वीरेंद्र सिंह बिष्ट, महिपाल सिंह, महेंद्र सिंह, फिरोज अहमद, सुनील मेहरा, कुबेर सिंह, महेंद्र सिंह, पंकज भट्ट, हरीश चंद्र, पंकज नेगी, हरीश कुमार, अंकित सुयाल, मनीष कर्नाटक आदि ने परिजनों को दैवीय आपदा मद से मुआवजे देने की मांग प्रशासन से की है।