🔳 हाइवे से सटे तमाम गांवों में चरम पर पहुंचा शराब का काला कारोबार
🔳 आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर उठने लगे सवाल
🔳 गांवों में धड़ल्ले से की जा रही अवैध शराब की बिक्री
🔳 नौनिहालों के भी नशे की चपेट में आने का बढ़ता जा रहा अंदेशा
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे गांवों में अवैध शराब बिक्री का काला कारोबार चरम पर पहुंच गया है‌। गांवों में धड़ल्ले से पहुंचाई जा रही अवैध शराब से आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। शराब बिक्री से गांवों का माहौल बिगड़ने का अंदेशा बना हुआ है।
शांत समझे जाने वाले तमाम गांव शराब तस्करों के निशाने पर आ गए हैं। मुनाफे के लिए शराब तस्कर गांवों की शांति-व्यवस्था से खिलवाड़ पर आमादा हो चुके हैं। गांवों में धड़ल्ले से शराब पहुंचा लोगों की नशे का लती बनाया जा रहा है। गांवों के नौनिहालों के भी नशे की जद में आने का अंदेशा बढ़ता ही जा रहा है। हाइवे से सटे कूल, चौपड़ा, ढोकाने, छिमी समेत तमाम गांवों में देशी व विदेशी शराब की तस्करी जोरों पर है। दिन ढलने के साथ ही शराब तस्कर गांवों में शराब पहुंचा दे रहे हैं जहां तस्करों के गुर्गे खुलेआम शराब बिक्री में जुट जाते हैं। गांवों में शराब तस्करी के तेज होने से शांत माहौल बिगड़ने का अंदेशा भी बना हुआ है। शराब के नशे में धुत लोग अराजकता पर भी उतारु हो जा रहे हैं। कई बार लड़ाई झगडे तक की नौबत आ जा रही है। गांवों के बाशिंदों ने शराब तस्करी पर सख्ती से अंकुश लगाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द तस्करी पर अंकुश नहीं लगाया गया तो फिर महिलाएं आंदोलन को विवश हो जाएंगी। क्वारब चौकी प्रभारी गोविदी टम्टा के अनुसार गांवों में शराब तस्करी पर अंकुश लगाने को लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अभियान तेज कर शराब तस्करी में लिप्त माफियाओं के खिलाफ शिंकजा कसा जाएगा।