🔳जोखिम के बीच जान हथेली पर आवाजाही को मजबूर हुए ग्रामीण
🔳 महत्वपूर्ण सड़कों पर रात के वक्त दोगुना बढ़ जा रहा खतरा
🔳 गांवों के बाशिंदे भी हालात सुधारने की कई बार उठा चुके मांग
🔳 विभागीय अधिकारियों पर लगाया गांवों की उपेक्षा किए जाने का आरोप
🔳 धनियाकोट – बजेडी व बेतालघाट – घंघरेठी मार्ग के हालात सुधारने की फिर उठी मांग
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

ग्रामीण सड़कों पर विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से आवाजाही खतरनाक हो चुकी है। बावजूद सुध नहीं ली जा रही। तमाम गांवों को जोड़ने वाले धनियाकोट -में बजेडी मोटर मार्ग पर सड़क का एक हिस्सा ध्वस्त पड़े होने से दुर्घटना का खतरा बना हुआ है जिसकी घंघरेठी से बेतालघाट को जोड़ने वाले मार्ग पर झाड़ियां परेशानी का सबब बन चुकी है। गांवों के बाशिंदे कई बार हालात सुधारने की मांग उठा चुके हैं पर जिम्मेदारों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में बने मोटर मार्ग बद से बद्तर हालत में पहुंच चुके हैं। कदम कदम पर दुर्घटना का खतरा कई गुना बढ़ने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों के सुध न लिए गांव के बाशिंदों में गहरा रोष व्याप्त है। धनियाकोट – बजेडी मोटर मार्ग पर भू-धंसाव की जद में आने से मोटर मार्ग का एक हिस्सा कई महीनों पहले खाई में समा चुका है ऐसे में दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। गांवों के नौनिहालों भी वाहनों से विद्यालय पहुंचते हैं ऐसे में कभी भी बड़ी घटना सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। घंघरेठी गांव के सैकड़ों परिवार भी बदहाली का दंश झेल रहे बेतालघाट – घंघरेठी मार्ग पर खतरा उठाकर आवाजाही को मजबूर हैं। मार्ग के दोनों ओर खड़ी बड़ी बड़ी झाड़ियां से जंगली जानवरों के हमले का खतरा बढ़ गया है जबकि डामरीकरण के इंतजार में गांव के बाशिंदे खतरा उठाकर आवाजाही को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान कुंदन सिंह नेगी के अनुसार मोटर मार्ग की अंनदेखी से कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है। बजेडी गांव के श्याम सिंह, भूपेंद्र सिंह, हीरा सिंह, कृपाल सिंह आदि ने भी बजेडी – धनियाकोट मोटर मार्ग को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है।