= इलाज को लोग पहुंच रहे अस्पताल
= सप्ताह भर में 15 से ज्यादा मामले आ रहे सामने
= क्षेत्रवासियों ने उठाई आवारा व पालतू कुत्तों की टीकाकरण की मांग

(((विरेन्द्र सिंह बिष्ट/दलिप सिंह नेगी/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

अल्मोडा़ व नैनीताल जनपद की सीमा से सटे गांवों में कटखने कुत्तों का आतंक जोरो पर है। आसपास के गांवों से सप्ताह भर में 15 से ज्यादा लोग इलाज को अस्पताल पहुंच रहे हैं जहां उनका उपचार किया जा रहा है। पालतू तथा आवारा कुत्तों का टीकाकरण ना होने से परेशानी बढ़ते ही जा रही है।
गांव के लोगों के सामने एक के बाद एक मुसीबत खड़ी होती जा रही है। अभी कोरोना कि रफ्तार कुछ कम थी कि अब गांवों में कुत्तों का आतंक जोर पकड़ गया है। आए दिन कटखने कुत्ते ग्रामीणों तथा बच्चों को काट रहे हैं। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुत्ते के काटने के बाद उपचार कराने के लिए लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। सीएचसी गरमपानी के चिकित्सक डा. अमार यूसुफ के अनुसार सप्ताह भर में 15 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं जिनका उपचार किया जा रहा है। अल्मोड़ा जनपद के ताडी़खेत ब्लॉक के टूनाकोट, मंडलकोट, हिडा़म, बिल्लेख, बलियाली, भुजान, पातली, बजोल तथा नैनीताल जनपद के बेतालघाट ब्लॉक के धनियाकोट, सिमलखा, सिल्टोना, बंसगांव,बजेडी़, रतौडा, नैनीचैक, बारगल,कफूल्टा आदि गांवो से कुत्ते काटने के मामले अस्पताल पहुंच रहे हैं। लगातार बढ़ रहे आतंक से लोग परेशान हैं। बड़ा सवाल उठ रहा है कि लोग कुत्ते तो पाल रहे हैं पर उनका टीकाकरण नहीं कराया जा रहा वहीं बाजार क्षेत्र में घूमने वाले आवारा कुत्तों का भी पशुपालन विभाग टीकाकरण नहीं करा रहा है। जिससे जोखिम बढ़ता ही जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने तत्काल मामले पर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।