🔳 जेएनवी सुयालबाडी में मनाई गई कवियत्री मीराबाई की जयंती
🔳 संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां
🔳 विद्यार्थियों को गायन के संबंध में दी गई कई अहम जानकारियां
🔳 कवियत्री मीराबाई की विरासत
को संजोए रखने का भी किया गया आह्वान
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट (सुयालबाड़ी) में संत कवियत्री मीराबाई की जयंती धूमधाम से मनाई गई। संगीत नाटक अकादमी कला धरोहर नई दिल्ली से पहुंचे कलाकारों ने विद्यार्थियों को संगीत की बारिकियां बताई। संत मीराबाई के जीवन पर विस्तार से जानकारी दी। संत मीराबाई की विरासत को संजोए रखने का आवाह्न किया।
विद्यालय सभागार में संत मीराबाई की 525 वीं जयंती पर हुए कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्राचार्य पीसी उपाध्याय व संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली से जुड़े प्रसिद्ध गायक डा. रवि जोशी ने संयुक्त रुप से मां शारदा की प्रतिमा के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। दो दिवसीय कार्यक्रम में भक्तिकाल व मीराबाई के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। प्राचार्य पीसी उपाध्याय ने कहा की संत कवियत्री मीराबाई का जीवन निश्चल भक्ति व आस्था का अनुपम उदाहरण है। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित उनके पद, भजन सभी के अंतर्मन को श्रद्धा से भर देते हैं। संत मीराबाई की विरासत को संजोए रखने का आह्वान भी किया। डा. रवि जोशी ने विद्यार्थियों को गायन में सुरीलापन, स्वरों की निर्मलता, नादमय उच्चारण, शास्म शुद्धता व रंजनता के बारे में समझाया। गायक डा. रवि जोशी व संगतकार के रुप में तबले पर कमल व तानपुरा में नूपुर जोशी ने शानदार भजनों की प्रस्तुति दी। मीराबाई के भजनों व मुस्तक पदावली के गायन से पूरा परिसर गूंजायमान हो उठा। समापन पर प्राचार्य पीसी उपाध्याय ने अतिथियों को तिलक, भाल व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन स्वाती ने किया जबकि विद्यालय के शिक्षकों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।