🔳 महाविद्यालय के प्राचार्य का रंग लाया प्रयास
🔳 उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के साथ हुआ एमओयू
🔳 सूदूर गांवों के नौनिहालों को मिल सकेगा लाभ
🔳 परास्नातक की शिक्षा को अब नहीं करना पड़ेगा मिलों का सफर तय
🔳 महाविद्यालय में ही स्थापित होगा मुक्त विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]

कोसी घाटी के युवाओं के भविष्य के लिए मंगलवार का दिन बेहद खास साबित हुआ है। शहीद खेम चंद्र डौर्बी महाविद्यालय से अब युवा परास्नातक (एमए) की डिग्री भी हासिल कर सकेंगे। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय व बेतालघाट महाविद्यालय के बीच हुए एमओयू से विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा। बकायदा महाविद्यालय में अध्यन केन्द्र भी स्थापित किया जाएगा। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार के सहयोग से हुए महत्वपूर्ण कार्य पर क्षेत्रवासियों ने भी खुशी व्यक्त की है।
बेतालघाट स्थित शहीद खेम चंद्र डौर्बी महाविद्यालय व उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के बीच करार होने से महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को लाभ मिल सकेगा। मंगलवार को बेतालघाट महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार व उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. संजय सिंह खत्री ने एमओयू में हस्ताक्षर किए। महाविद्यालय में पहले केवल स्नातक की कला संकाय की कक्षाएं संचालित की जाती थी। आगे की शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को रामनगर, नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा व हल्द्वानी को रुख करना पड़ता। दूरदराज होने से कई विद्यार्थी शिक्षा अधूरी छोड़ देते। मामले की गंभीरता को देख महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार ने विशेष प्रयास शुरु किए। आखिरकार प्रयास रंग लाया और अब बेतालघाट महाविद्यालय में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय केंद्र पर प्रवेश प्रक्रिया शुरु हो सकेगी। जल्द ही महाविद्यालय में अध्यन केन्द्र भी स्थापित कर दिया जाएगा। प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार के अनुसार केंद्र स्थापित होने से अब विद्यार्थी परास्नातक की पढ़ाई से वंचित नहीं होंगे। प्राचार्य के विशेष योगदान पर पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों समेत क्षेत्रवासियों ने खुशी व्यक्त की है।