🔳जल निगम के खिलाफ नारेबाजी कर निकाला गुबार
🔳 घटिया निर्माण कार्यों का आरोप लगा शुरु किया अनिश्चितकाल धरना
🔳 समय सीमा समाप्त होने के बावजूद अधूरा कार्य होने पर जताई नाराजगी
🔳 किसान विकास संघर्ष समिति के तत्वावधान में जुटे तमाम गांवों के बाशिंदे
🔳 मामले की जांच कर दोषियों को दण्डित किए जाने की उठाई मांग
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

करोड़ों रुपये की लागत से निर्माणाधीन महत्वाकांक्षी बयेडी पंपिंग पेयजल योजना में लगातार अनियमितता का आरोप लगाने व जांच की मांग उठा रहे ग्रामीणों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। किसान विकास संघर्ष समिति धूराफाट के बैनर तले दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने हिडाम क्षेत्र में अनिश्चितकालीन धरना शुरु कर दिया है। नारेबाजी कर जल निगम के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया। आरोप लगाया की निर्माण कार्यों की समय सीमा खत्म हो जाने के बावजूद महज तीस फिसदी कार्य हुआ है। गुणवत्ताविहीन कार्यों से बजट की लगातार बर्बादी की जा रही है।
मंगलवार को समीपवर्ती ताड़ीखेत ब्लॉक के तमाम गांवों के बाशिंदे हिडा़म क्षेत्र पहुंचे। किसान विकास संघर्ष समिति धूराफाट के तत्वावधान में ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। आक्रोशित ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने करीब 17 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन बयेडी पंपिंग पेयजल योजना के कार्यों में अनियमितता बरते जाने पर रोष जताया। जल निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। वक्ताओं ने कहा की योजना के तहत बनाए गए पेयजल टैंको में गुणवत्ताविहीन कार्य किए गए हैं। घटिया सीमेंट का इस्तेमाल कर लीपापोती कर दी गई है। पाइप खुले में बिछा दिए गए हैं। बीते मार्च में योजना के कार्य को पूरा करने की समय सीमा समाप्त होने के बावजूद महज बीस से तीस फिसदी कार्य हो सका है। समिति के अध्यक्ष पूरन चंद्र पांडे ने आरोप लगाया की लगातार आवाज उठाए जाने के बावजूद अनदेखी की जा रही है। अधिकारियों की कार्यप्रणाली बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रही है। साफ कहा की यदि जल्द मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आंदोलन तेज किया जाएगा। पहले दिन समिति अध्यक्ष पूरन चंद्र पांडे, प्रेम सिंह, शांति राम, पुष्कर राम, पूरन चंद्र नैनवाल धरने पर बैठे। इस दौरान हरीश चंद्र पांडे, उर्वा दत्त, लच्छी राम, ख्याली राम, हंसा दत्त पांडे, मदन राम, कैलाश राम, किसन राम, महेश चंद्र, प्रकाश राम, बाली राम, चंद्रशेखर, भुवन राम, कैलाश , पुष्कर कुमार, चंदन राम, किरन आर्या, लीला देवी, चंपा देवी, आंनदी, भगवती, खष्टी, रोशनी, चांदनी, हीरा देवी आदि मौजूद रहे।