🔳 तीन सदस्यीय टीम ने तैयार की निरीक्षण रिपोर्ट
🔳 आरटीआई कार्यकर्ता के कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन भेजने के बाद हरकत में विभाग
🔳 ग्रामीणों ने उठाई लोहे के पाइपों से आपूर्ति किए जाने की मांग
🔳 पानी की आपूर्ति न होने से चौपट होती खेती का दिया हवाला
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

बेतालघाट ब्लॉक के मल्लाकोट गांव के खेतों तक पानी पहुंचाने वाली सिंचाई गूल के लंबे समय तक बदहाल होने का मुद्दा जोर-शोर से उठने के बाद कृषि विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। विभागीय टीम ने सिंचाई गूल का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की। किसानों ने लोहे के पाइपों के जरिए आपूर्ति सुचारु किए जाने की मांग उठाई है।
मल्लाकोट ग्राम पंचायत तथा पनौराकोट व माजकोट तोक के किसानों के खेतों तक सिंचाई गूल के माध्यम से पानी पहुंचाया जाता था। पांच वर्ष पूर्व आपदा से गूल के जगह जगह क्षतिग्रस्त होने से आपूर्ति ठप हो गई जिस कारण किसानों की खेतीबाड़ी चौपट होती चली गई। किसानों ने गूल की मरम्मत की मांग उठाई पर सुनवाई न हो सकी। बीते दिनों आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को ज्ञापन भेज किसानों के हित में गूल की मरम्मत करवाए जाने की मांग उठाई। कुमाऊं आयुक्त के निर्देश पर कृषि विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए। कृषि विभाग के ब्लॉक प्रभारी जितेन्द्र कुमार, सहायक कृषि अधिकारी जुगल शर्मा व अवर अभियंता हिंमाशु उप्रेती की तीन सदस्यीय टीम ने गूल का निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने गूल के क्षतिग्रस्त होने से चौपट होती खेती के बारे में बताया। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा ने लोहे के पाइपों के जरिए पानी की आपूर्ति सुचारु किए जाने की मांग उठाई। कृषि विभाग के अवर अभियंता हिंमाशु उप्रेती के अनुसार निरीक्षण रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। गूल से जीआई पाईप के जरिए खेतों तक पानी की आपूर्ति किए जाने को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।