🔳 निर्माण कार्यों को 28 करोड़ की स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरु
🔳 श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या से सुविधाएं जुटाने को सरकार गंभीर
🔳 शिप्रा नदी पर बनेगा छतीस मीटर स्पान लंबाई का सेतू
🔳 पार्किंग स्थल पर होगा मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण
🔳 बजट की स्वीकृति के बाद विभाग ने शुरु की टेंडर प्रक्रिया
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में मल्टीलेवल पार्किंग व छतीस मीटर स्पान लंबाई के सेतू निर्माण को तैयारी तेज हो गई है। मल्टीलेवल पार्किंग व सेतू निर्माण के साथ ही सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए सरकार से लगभग 28 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति मिलने के बाद अब प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने टेंडर प्रक्रिया की कार्रवाई शुरु कर दी है। संबंधित विभाग के सहायक अभियंता प्रकाश उप्रेती के अनुसार टेंडर प्रक्रिया संपन्न होने के बाद निर्माण कार्य शुरु करवाए जाएंगे।
देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र सुप्रसिद्ध कैंची धाम क्षेत्र में व्यवस्थाएं जुटाने का तेज हो गया है। मंदिर माला मिशन से जुड़ने के साथ ही बाबा नीम करौरी के धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने को राज्य सरकार गंभीरता से कदम उठा रही है। मंदिर परिसर के समीप पार्किंग निर्माण होने से काफि हद तक अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे को जाम से निजात मिल चुकी है। हली हरतपा मोटर मार्ग से बाइपास निर्माण भी प्रस्तावित है। हेली सेवा शुरु किए जाने को आसपास हैलीपेड निर्माण को जमीन भी तलाशी जा रही है। वहीं अब मंदिर के मुख्य गेट के समीप ही शिप्रा नदी पर मंदिर में आवाजाही सुगम बनाने को छतीस मीटर स्पान लंबाई के सेतू निर्माण को हरी झंडी भी मिल गई है। पार्किंग स्थल पर तीन मंजिल मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण का रास्ता भी साफ हो गया है। राज्य सरकार ने बकायदा दो कार्यों व सौंदर्यीकरण कार्यो के लिए राज्य सरकार ने लगभग 28 करोड़ रुपये के भारी भरकम बजट को स्वीकृति भी दे दी है। बजट को स्वीकृति मिलने के साथ ही अब दो महत्वपूर्ण कार्य शुरु होने की उम्मीद भी जग गई है। सेतु व मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण होने से कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु लाभान्वित हो सकेंगे। लोनिवि प्रांतीय खंड के सहायक अभियंता प्रकाश उप्रेती के अनुसार बजट की स्वीकृति मिलने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद कार्य शुरु किए जाएंगे।