🔳 सरकार दे चुकी है मोटर मार्ग को शहीद के नाम का दर्जा
🔳 सुधारीकरण को उपलब्ध कराया जा चुका है 1.49 करोड़ रुपये का बजट
🔳 बजट उपलब्ध होने के बावजूद जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे ग्रामीण
🔳 मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायत
🔳 अधिकारियों पर लगाया जनहित से खिलवाड़ का आरोप
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

जम्मू के राजौरी सेक्टर में मां भारती की आन, बान शान को सर्वोच्च न्यौछावर कर देने वाले वीर जांबाज शहीद संजय सिंह बिष्ट के पैतृक गांव को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण हली – हरतपा मोटर मार्ग की दुर्दशा विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली को दर्शा रही है। आरटीआई कार्यकर्ता ने अधिकारियों की लापरवाही पर कार्रवाई की मांग को लेकर मामला मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर दर्ज कराया है। बजट उपलब्ध होने के बावजूद विभागीय अधिकारियों पर जनहित से खिलवाड़ का आरोप लगाया है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर कैंची क्षेत्र से तमाम गांवों को जोड़ने तथा हाइवे के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला महत्वपूर्ण हली – हरतपा मोटर मार्ग बदहाली पर आंसू बहा रहा है जबकि सरकार ने मोटर मार्ग को शहीद संजय सिंह बिष्ट के नाम का दर्जा भी दे दिया है। यही नहीं सरकार ने शहीद के पैतृक गांव को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण मोटर मार्ग की मरम्मत व सुधारीकरण को लगभग 1.49 करोड़ रुपये भी अवमुक्त कर दिया है। बजट अवमुक्त होने के बाद गांव के बाशिंदों को सुगम आवाजाही का लाभ मिलने की उम्मीद जगी पर विभागीय अधिकारियों की अनदेखी गांवों के बाशिंदों पर भारी पड़ रही है। भारी भरकम बजट उपलब्ध होने के बावजूद मोटर मार्ग के बदहाल होने से ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं। बदहाली मोटर मार्ग पर आवाजाही खतरनाक बनी हुई है पर अफसर सुध नहीं ले रहे। सरकारी बजट से किया जा रहा कार्य भी कछुआ गति से होने से परेशानी बढ़ते ही जा रही है। जगह जगह दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। शहीद के नाम की सड़क की अनदेखी किए जाने से गांव के बाशिंदों में गहरा रोष व्याप्त है। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा ने मामले को मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर भी दर्ज करा कार्रवाई की मांग उठाई है। कृपाल सिंह के अनुसार बजट उपलब्ध होने के बाद भी मोटर मार्ग बदहाली का दंश झेल रहा है। संबंधित विभाग की अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा गांव के बाशिंदों को भुगतना पड़ रहा है। प्रांतीय खंड लोनिवि के सहायक अभियंता प्रकाश उप्रेती के अनुसार सात किलोमीटर दायरे में डामरीकरण समेत कई कार्य किए जाने हैं। वर्तमान में कार्य गतिमान है। बारिश से कुछ दिक्कत आई है। तय समय पर कार्य पूरा करवाया जाएगा।