🔳 सरकारी आदेश पर सरकारी शराब की दुकानें थीं बंद
🔳शराब माफियाओं ने फायदा उठाकर मनमानी कीमतों में बेची अवैध शराब
🔳 प्रतिबंधित होने के बावजूद अवैध शराब बिक्री से खड़े हुए गंभीर सवाल
🔳 आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}
कोसी घाटी में स्वतंत्रता के महापर्व के दिन धड़ल्ले से अवैध शराब बिक्री होने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए। सरकारी शराब की दुकानें बंद होने का शराब तस्करों ने खूब फायदा उठाया। मनमानी कीमतों पर धड़ल्ले से अवैध शराब बिक्री हुई। स्वतंत्रता दिवस पर अवैध शराब कारोबार के जोर पकड़ने पर लोगों ने गहरी नाराजगी जताई। आरोप लगाया की सरकारी शराब की दुकानें बंद कर शराब माफियाओं को खुली छूट दे दी गई।
देश के 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर जहां पूरी कोसी घाटी में आजादी का पर्व धूमधाम से मनाया गया वहीं अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर जगह जगह अवैध शराब का कारोबार चरम पर पहुंच गया। सरकारी आदेश पर अंग्रेजी व देशी शराब की दुकानें सील कर दी गई पर अवैध शराब माफियाओं ने नियमों को रौंद डाला। खैरना, काकड़ीघाट, सुयालबाडी, धनियाकोट, सिमलखा, बर्धो, रतोडा़, लोहाली समेत तमाम क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध शराब बिक्री होती रही। शराब तस्करों ने गुर्गों के जरिए मनमानी कीमतों पर शराब बिक्री कर लुट मचाई। नियमों की धज्जियां उड़ाकर ऊंचे दामों पर शराब बिक्री होती रही। स्वतंत्रता दिवस पर अवैध शराब बिक्री होने से आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए। लोगों ने शराब तस्करों को मिली खुली छूट पर गहरी नाराजगी जताई।