🔳 कर्कटेश्वर महादेव मंदिर में हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद लगे भंडारा के साथ हुआ श्रीमद भागवत कथा का पारायण
🔳 आसपास के गांवों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया भंडारे का प्रसाद
🔳 विशेष मंत्रोच्चार के साथ क्षेत्र की सुख, शांति व समृद्धि को हुई प्रार्थना
🔳 भजन मंडली ने शानदार भजनों की प्रस्तुति से श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर काकड़ीघाट क्षेत्र में स्थित जीवनदायिनी कोसी नदी के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध कर्कटेश्वर महादेव मंदिर में हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद लगे भंडारे के साथ श्रीमद् भागवत कथा का पारायण हो गया। बाजार क्षेत्र में शोभायात्रा से माहौल भक्तिमय हो उठा। भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से माहौल कृष्णमय हो गया।
शनिवार को श्री कर्कटेश्वर महादेव मंदिर परिसर में रोजाना की तरह धर्माचार्यों ने यजमान गोपाल सिंह कनवाल, इंद्रा देवी, गोपाल सिंह परिहार, ललिता देवी, नरेंद्र सिंह, गीता देवी, हरीश परिहार, हेमा देवी से विधी विधान से धार्मिक अनुष्ठान पूरे कराए। कथा व्यास आचार्य डा. कमलेश कांडपाल ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया। कथा व्यास ने श्रद्धालुओं से धर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी का आह्वान किया। बताया की सच्चे मन से भगवान श्रीकृष्ण की अराधना से तमाम कष्टों का निवारण हो जाता है। काकड़ीघाट बाजार क्षेत्र में शोभायात्रा से माहौल भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों के साथ शोभायात्रा में बढ़-चढ़कर भागीदारी की। बाजार में पुष्पवर्षा से शोभायात्रा का स्वागत किया गया। विशेष मंत्रोच्चार के साथ गांवों की सुख, शांति व समृद्धि को प्रार्थना की गई। हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद कन्यापूजन के बाद भंडारा लगा। आसपास के सुयालबाडी, सुयालखेत, गडस्यारी, सूरी, नौगांव, सुनियाकोट, बेड़गांव, गरमपानी, खैरना, खीनापानी, नैनीपुल, लोहाली, रातीघाट समेत तमाम गांवों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। देर शाम तक भजन कीर्तनों का दौर जारी रहा। मंदिर समिति सदस्य दिनभर व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।