🔳 पुल न होने से जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे नौनिहाल
🔳 कई बार उठा चुकी पुल निर्माण की मांग पर नहीं ली जा रही सुध
🔳 सर्दी, गर्मी, बरसात हर मौसम में नदी के बहाव से संघर्ष बनी नियति
🔳 ग्रामीणों ने जताया कभी भी बड़ी घटना का अंदेशा
🔳 जल्द पुल निर्माण न किए जाने पर दी आंदोलन की चेतावनी
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

बेतालघाट ब्लॉक के कटिमी गजार व बिसगुली गांव के नौनिहाल ज़िंदगी दांव पर लगाकर शिक्षित बनने की जुगत में जुटे हुए हैं बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है। कोसी नदी की लहरों से जूझ करीब दो दर्जन से भी अधिक नौनिहाल तल्ली व मल्ली सेठी गांव स्थित विद्यालय पहुंच रहे हैं। ग्राम प्रधान व ग्रामीणों ने लंबे समय से झूला पुल निर्माण की मांग उठाए जाने के बावजूद उपेक्षा किए जाने पर नाराजगी जताई है।
कोसी नदी की लहरों से लड़कर स्कूल पहुंचना कटिमी गजार व बिसगुली गांव के नौनिहालों की नियती बन गई है‌। सर्दी, गर्मी, बरसात हर मौसम में नौनिहाल नदी पार कर स्कूल पहुंचते हैं। बरसात में नदी का बहाव तेज होने से नौनिहालों की जिंदगी पर खतरा कई गुना बढ़ जाता है। बाढ़ की स्थिति होने पर नौनिहाल कई दिनों तक स्कूल ही नहीं पहुंच पाते। गांव के बाशिंदे भी आवश्यक कार्य के लिए नदी पार कर बाजार पहुंचते हैं। बरसाती मौसम में ग्रामीण कई दिनों तक की खाद्यान्न सामग्री अहतियातन घरों में स्टाक कर लेते हैं। ग्राम प्रधान राधा देवी के अनुसार कोसी नदी पर पैदल पुल बनाने की लगातार मांग उठाए जाने के बावजूद महज आश्वासन ही मिल रहे हैं पर पुल अस्तित्व में नहीं आ पा रही है। पुल न बन पाने से स्कूली बच्चों व गांव के बाशिंदों की जिंदगी पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व सरपंच बहादुर सिंह नेगी, प्रेम गोस्वामी, जगत नाथ, जानकी देवी, गीता देवी, गणेश पांडे, खीमा देवी, सुनीता देवी आदि ग्रामीणों ने नदी पर जल्द पुल निर्माण की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई तो फिर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया जाएगा।