🔳 नदी नालों के बाद अब सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाने में जुटे तस्कर
🔳 वन प्रभाग व प्रशासन को दी जा रही खुली चुनौती
🔳 जलाशय के अस्तित्व व मोटर मार्ग को भी नुकसान पहुंचने का अंदेशा
🔳 रेंज अधिकारी बोले – खदान की नहीं दी गई है अनुमति, करेंगे कार्रवाई
{{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

नदी नालों में बेतरतीब खदान के बाद अब माफियाओं ने सरकारी संपत्तियों को भी निशाने पर लेना शुरु कर दिया है। सीम- बेतालघाट मोटर मार्ग पर वन प्रभाग के लाखों रुपये के बजट से तैयार जलाशय पर खनन तस्करों की निगाहें पड़ गई है। बगैर अनुमति जलाशय में बेतरतीब खदान शुरु कर दिया गया है। वन प्रभाग के रेंज अधिकारी लक्ष्मण सिंह बिष्ट के अनुसार खदान की अनुमति नहीं दी गई है। मामले में कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में वर्तमान में खनन प्रतिबंधित होने के बावजूद खनन तस्करों के हौसले बुलंद हैं। अधिकारियों की अनदेखी का फायदा उठाकर धड़ल्ले से नदी नालों में खदान कर मानवजनित आपदा को न्यौता दिया जा रहा है। वहीं अब भारी भरकम धनराशि से बनी सरकारी संपतियों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। तमाम गांवों को जोड़ने वाले सीम – बजेडी मोटर मार्ग पर वर्ष 2020 में लाखों रुपये की लागत से तैयार जलाशय पर वन प्रभाग व प्रशासन की अनुमति के बगैर बेतरतीब खदान शुरु कर दिया गया है। बेतरतीब खदान से जलाशय को नुकसान होने का अंदेशा भी बढ़ता ही जा रहा है। खनन तस्कर कुछ लोगो से सांठगांठ कर मुनाफे के फेर में बगैर अनुमति के जलाशय में खदान करने में जुट गए हैं। बेतरतीब ढंग से किए जा रहे खदान से भविष्य में महत्वपूर्ण सीम – बजडी मोटर मार्ग के अस्तित्व पर भी संकट खड़ा हो सकता है बावजूद जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे। वन प्रभाग के रेंज अधिकारी लक्ष्मण सिंह बिष्ट के अनुसार जलाशय पर खदान की अनुमति किसी को नहीं है। टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा। खदान करवाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।