🔳 कार्यदाई संस्था पर लगाया अनदेखी किए जाने का आरोप
🔳 अधिकारियों के आदेश के बावजूद स्टाक टैंक निर्माण न होने पर जताई नाराजगी
🔳 संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भेज उठाई कार्रवाई की मांग
🔳 उपेक्षा किए जाने पर किया उग्र आंदोलन का ऐलान
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट }}}}}

अधिकारियों के निर्देश के बावजूद महत्वाकांक्षी बयेडी पंपिंग पेयजल योजना के स्टाक टैंको का कार्य शुरु न किए जाने पर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेज जल्द कार्य शुरु न हो पाने पर नाराजगी जताई है। धूराफाट संघर्ष समिति ने अनदेखी किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है‌
तमाम गांवों में पीने के पानी का सूखा खत्म करने को करोड़ों रुपये के भारी भरकम बजट से स्वीकृत महत्वाकांक्षी बेयडी पंपिग पेयजल योजना का कार्य दो वर्ष बाद भी पूरा न हो पाने से ग्रामीणों का सब्र जवाब देने लगा है। धूराफाट संघर्ष समिति व पंचायत प्रतिनिधियों ने संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भेज योजना का कार्य पूरा न किए जाने पर रोष जताया है। आरोप लगाया की पूर्व में स्टाक टैंक निर्माण में अनियमितता का मुद्दा उठाए जाने पर जल निगम के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण कर टैंक तोड़ दोबारा निर्माण के निर्देश दिए पर आज चार महीने बीतने के बावजूद टैंक निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो सका है। गांव के बाशिंदे बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं पर सुध नहीं ली जा रही। कार्यदाई संस्था लापरवाही पर आपदा है जिसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को भुगतना पड़ रहा है। धूराफाट संघर्ष समिति अध्यक्ष पूरन चंद्र पांडे के अनुसार लगातार आवाज उठाए जाने के बावजूद उपेक्षा की जा रही है। करोड़ों रुपये का बजट उपलब्ध होने के बावजूद योजना का कार्य अधूरा पड़ा है। साफ कहा है की यदि जल्द कार्य शुरु नहीं किया गया तो फिर गांव के लोगों को साथ लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। ज्ञापन में ग्राम प्रधान लीला देवी, गिरीश राम, लच्छी राम, पुष्कर सिंह, चंदन सिंह, कैलाश चंद्र, हरीश कुमार, प्रेम सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।