🔳 महत्वपूर्ण हाइवे पर घुम रहे मवेशियों के झुंड से आवाजाही हुई खतरनाक
🔳बाजार क्षेत्रों में राहगीरों व स्कूली बच्चों की जिंदगी पर भी मंडराया खतरा
🔳कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद गौवंशीय पशुओं को नहीं भेजा जा रहा गौसदन
🔳व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर जगह जगह बेसहारा गोवंशीय पशुओं के झुंड से दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। रात के वक्त जोखिम दोगुना बढ़ जा रहा है। पशुओं के हाइवे के बीचोंबीच खड़े हो जाने से वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग जा रहा है।‌ प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने कई बार मांग उठाए जाने के बावजूद पशुओं को गोसदन न भेजें जाने पर नाराजगी जताई है।
कोसी घाटी क्षेत्र में बेसहारा गोवंशीय पशुओं की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा चिंता का विषय बनता जा रहा है। बीते दिनों गरमपानी निवासी को मार डालने की घटना भी सामने आ चुकी है बावजूद पशुओं को गोसदन भेजने का कार्य नहीं किया जा रहा है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे तथा खैरना, सुयालबाडी, गरमपानी, काकड़ीघाट समेत तमाम बाजार क्षेत्र में घुम रहा मवेशियों का झुंड बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहा है बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है। हाइवे के बीचोंबीच चल रहे मवेशियों के झुंड से दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कई दोपहिया वाहन सवार मवेशियों से टकराकर चोटील तक हो चुके हैं। बाजार क्षेत्रों में बेसहारा गोवंशीय पशु लोगों को मारने तक दौड़ जा रहे हैं। स्कूली बच्चों व बुजुर्गो की जिंदगी पर भी खतरा बढ़ता ही जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह जीना, व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, गजेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह नेगी, फिरोज अहमद, राकेश जलाल, विक्रम सिंह बिष्ट, पंकज नेगी आदि ने समय रहते गोवंशीय पशुओं को गोसदन भेजने की मांग उठाई है। चेताया है की यदि लापरवाह रवैया अपनाया गया तो कभी भी बड़ी घटना सामने आ सकती है।