🔳 पुलिसकर्मियों के समय पर पहुंचने पर टली बड़ी घटना
🔳 पुलिस के सख्त रुख अपनाने पर ढीले पड़े ग्रामीणों के तेवर
🔳 धूरापातल प्राकृतिक जल स्रोत पर लगा ग्रामीणों का जमावड़ा
🔳 तीन गांवों के बाशिंदों ने लगाया जोर जबरदस्ती से पानी लेने का आरोप
🔳 न्याय के लिए अब न्यायालय की शरण में जाने का ऐलान
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

बेतालघाट ब्लॉक के दो गांवों के बाशिंदों के बीच पेयजल को लेकर शुरु हुआ विवाद टकराव तक पहुंच गया। गनीमत रही की समय पर खैरना पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई और बड़ी घटना टल गई। पुलिसकर्मियों ने बामुश्किल दो पक्षों को शांत करवाया। शांति व्यवस्था भंग होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। करीब चार घंटे तक चले विवाद के बाद ग्रामीण अपने अपने गांवों को लौट गए।
दरअसल बेतालघाट ब्लॉक के तल्लाकोट, मल्लाकोट व बादरकोट समेत तमाम गांवों को धूरापातल प्राकृतिक जल स्रोत से पानी की आपूर्ति होती है। वर्षों से सैकड़ों परिवार इसी पानी पर निर्भर है। ग्रामीणों का आरोप है की बीते माह ज्योग्याडी ग्राम पंचायत के समीपवर्ती तोक के कुछ परिवार जोर जबरदस्ती कर जल स्रोत से पानी लेने की जिद पर अंडे है जबकि उनके तोक को पहले ही जल स्रोत से पानी दिया जा चुका है। बारगल- कफूल्टा पंपिग पेयजल योजना से भी उक्त तोक के परिवारों को पानी की आपूर्ति होती है बावजूद लगातार जल स्रोत से पानी लेने को दबाव बनाया जा रहा है जबकि प्राकृतिक जल स्रोत पर पहले की अपेक्षा पानी कम हो चुका है। कुछ लोगों के प्राकृतिक स्रोत में पहुंचने की सूचना पर आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हरेन्द्र सिंह की अगुवाई में तल्लाकोट, मल्लाकोट व बादरकोट गांव के ग्रामीण भी स्रोत की ओर रवाना हो गए। मौके पर दो पक्षों के बीच तीखी बहस शुरु हो गई। एक पक्ष पानी लेने व दूसरा पक्ष पानी न देने की बात पर अड़ा रहा। माहौल बिगड़ता देख खैरना पुलिस को सूचना दी गई। मामला तू तू मैं मैं तक पहुंच गया। इसी बीच खैरना पुलिस के राजेंद्र सती व जगदीश धामी मौके पर पहुंचे। दो पक्षों को समझाने का प्रयास शुरु किया पर ग्रामीणों ने एक न सुनी। पुलिसकर्मियों ने सख्त रुख अपनाया तो ग्रामीणों के तेवर ढीले पड़े। पुलिस ने शांति भंग होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दे डाली। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह ने आरोप लगाया की दूसरे पक्ष के लोगों ने जान से मारने तक की धमकी दी है। अब मामला न्यायालय तकरीब चार घंटे तक चला विवाद पुलिस ने बामुश्किल शांत करवाया। इस दौरान भैरव दत्त कत्यूरा, प्रकाश जलाल, जीवन सिंह, पान सिंह, नीरज जलाल, हिमांशु पांडे, अनुप सिंह समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।