🔳गांव से हल्द्वानी पहुंचने के बाद भी परिजन नहीं करा सकें रिपोर्ट दर्ज
🔳पुलिस भी साधती रही युवती से संपर्क पर दिनभर फोन रहा बंद
🔳 परिजन कोतवाली पहुंचने का देते रहे हवाला पर नहीं पहुंचे कोतवाली
🔳प्रभावशाली लोगो पर युवती व स्वजनों को दबाव में लेकर समझौता का अंदेशा
🔳घटना के बाद परिजनों के पांव पीछे खिंच लेने से हो सकते हैं अराजक तत्वों के हौसले बुलंद
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}
केएमओ बस में सवार होकर हल्द्वानी को रवाना हुई युवती से हल्द्वानी में दुराचार की कोशिश के मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने गांव से हल्द्वानी को रवाना हुए परिजन शाम तक भी बस के चालक व परिचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का फैसला ही नहीं ले सके। परिजनों के रिपोर्ट दर्ज न कराने पर अब घटना को लेकर तमाम सवाल खड़े हो गए है। बीते रोज घटना की रो रो कर जानकारी देने वाली युवती का भी दिन भर फोन बंद रहा।
बीते गुरुवार सुबह अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे ताड़ीखेत ब्लॉक के हरडे गांव निवासी युवती शीतलाखेत से हल्द्वानी की ओर जा रही केएमओ बस में सवार हुई। युवती को रिश्तेदारी में रामनगर पहुंचना था। दोपहर में बस हल्द्वानी पहुंची तो युवती भी अन्य यात्रियों के साथ बस से उतरते लगी। युवती ने बस के परिचालक से रामनगर जाने को दूसरी बस के विषय में जानकारी जुटाई तो परिचालक ने युवती को बस में ही बैठने को कहा तथा खुद ही बस अड्डे छोड़ने का भरोसा दिलाया। भरोसे में युवती बस में बैठ गई। परिचालक बस लेकर रवाना हो गया तथा एक पैट्रोल पंप से तेल भरवाने के बाद बस को सुनसान रोड पर लेकर जाने लगा। परिचालक ने बस रोककर युवती से छेड़छाड़ शुरु कर डाली। मोबाइल पर फोन कर बस चालक को भी बुला लिया। चलती बस में युवती से दुष्कर्म का प्रयास किया गया। युवती ने बचाव को चीख पुकार मचाई पर बस के सीसे बंद होने से आवाज बाहर न जा सकी। बामुश्किल युवती ने बस से कूदकर जान बचाई। घबराई युवती सुनसान इलाके से निकलकर हल्द्वानी स्थित रोडवेज स्टेशन पहुंची। दूरभाष पर अपने पिता को सारी घटना की जानकारी दी। घबराए पिता ने रामनगर स्थित रिश्तेदारों को सूचना दी। सूचना पर युवती का भाई रोडवेज स्टेशन पहुंचा और सकुशल युवती को लेकर गांव की ओर रवाना हो गया। युवती के सुरक्षित गांव पहुंचने पर स्वजनों ने राहत की सांस ली। युवती के पिता ने केएमओ बस चालक व परिचालक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई। दूसरे दिन शुक्रवार को युवती उसके पिता, जीजा तथा बड़ी बहन हल्द्वानी स्थित कोतवाली को रिपोर्ट दर्ज कराने रवाना भी हो गए पर अब घटना को दो दिन बीतने के बावजूद रिपोर्ट दर्ज नहीं करा सके। हल्द्वानी कोतवाली की एसआई आरती पोखरिया ने भी युवती से संपर्क साधने का प्रयास किया पर उसका फोन बंद आया जबकी स्वजनों ने कोतवाली पहुंचने की बात तो कही पर शनिवार को भी स्वजन कोतवाली नहीं पहुंचे। बड़े मामले के एकाएक शांत हो जाने से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार मामले में दोनों पक्षों में समझौता होने की चर्चा भी है। पर बार बार सवाल उठ रहा है की आखिरकार किस प्रभावशाली के दबाव में युवती व उसके स्वजनों को कदम पीछे खिंचने पड़े। पर इतना तो साफ है की अब घटना में लिप्त लोगों के हौसले जरुर बुंलद हो जाएंगे।