= कार्य बहिष्कार को 11 दिन पूरे
= 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर डटी है आशा कार्यकर्ता
= दिनभर नारेबाजी से गूंजते रहे अस्पताल

(((अंकित सुयाल/हेमंत साह/कमल बधानी की रिपोर्ट)))

बारह सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर डटी आशा कार्यकर्ताओं का पारा चढ़ते ही जा रहा है। 11 दिन बीतने के बावजूद आशा कार्यकर्ता हार मानने को तैयार नहीं है। कार्य बहिष्कार पर डटी आशाओं ने मांगे पूरी होने के बाद ही पीछे हटने का ऐलान कर दिया है। दो टूक चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो आंदोलन और तेज हो किया जाऐगा।
गुरुवार को बेतालघाट ब्लॉक की आशा कार्यकर्ताओं ने अस्पतालों में नारेबाजी कर रोष जताया। कहा कि आंदोलन को 11 दिन होने के बावजूद सरकार सुध नहीं ले रही जो निंदनीय है। कहा कि राज्य सरकार आशाओं की परीक्षा लेने पर आमादा है साफ कहा कि जब तक सम्मानजनक मासिक मानदेय, राज्य कर्मचारी का दर्जा समेत बारह सूत्रीय मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी तथा बेतालघाट में आशा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर रोष जताया। बेतालघाट में हुए कार्यक्रम में ब्लॉक अध्यक्ष विमला उप्रेती, भगवती बोहरा, विमला जलाल, उमा देवी, हंसी गोस्वामी, माया जोशी, पूजा फुलारा,भगवती भंडारी, माया जोशी मौजूद रहे। इधर गरमपानी सीएचसी में नीमा भट्ट, आशा बिष्ट, सुनीता देवी, हेमा सुयाल, हंसा जोशी, पुष्पा जोशी, माया रौतेला, लीला बोहरा, पिंकी बर्गली, माया भंडारी, मीना आर्या, विमला देवी, रोशनी, मंजू देवी आदि मौजूद रहे।