🔳मांगों की अनदेखी से चढ़ा वन पंचायत सरपंच संगठन का पारा
🔳ज्ञापन, पत्राचार व राजधानी देहरादून तक में गुहार लगाने के बावजूद अनदेखी
🔳सरकार व विभाग पर लगाया उपेक्षा किए जाने का आरोप
🔳संगठन अध्यक्ष की चेतावनी कई सरपंच दे सकते हैं त्यागपत्र

(((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

लगातार मांगों की अनदेखी पर रामगढ़ ब्लॉक के वन पंचायत सरपंच संगठन का पारा चढ़ गया है। आगामी हरेला पर्व पर सरपंचों ने पौधारोपण अभियान के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। संगठन के अध्यक्ष कमल सुनाल के अनुसार लगातार की जा रही उपेक्षा से कई सरपंच पद से त्यागपत्र देने को भी मजबूर हो चुके हैं। संगठन अध्यक्ष के अनुसार सरपंचों के हितों से लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वन पंचायत सरपंच संगठन रामगढ़ ब्लॉक के पदाधिकारियों ने अनदेखी पर गहरी नाराजगी जताई है। लगातार कई मांगे उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। महज आश्वासनों का पुलिंदा थमा दिया जा रहा है। कई बार ज्ञापन व पत्राचार के बाद राजधानी देहरादून देहरादून पहुंचकर तक अधिकारियों से गुहार लगाए जाने के बावजूद सरपंचों की सुध नहीं ली जा रही। लगातार अनदेखी किए जाने से नाराज सरपंचों ने अब हरेला पर्व पर पौधरोपण अभियान के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। संगठन के अध्यक्ष कमल सुनाल के अनुसार सरपंच जल, जंगल, जमीन बचाने को हर संभव प्रयास करते हैं पर सरकार व विभाग अनदेखी पर आमादा है। प्रतिवर्ष जगह जगह वृहद पौधरोपण अभियान चलाकर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे जाते है‌ उनकी देखभाल भी की जाती है पर विभागीय लापरवाही से जंगलों की आग पौधों को नष्ट कर दे रही है। उपेक्षा से आहत कई सरपंच अपने पद से त्यागपत्र देने को भी मजबूर हो गए हैं। सरपंच भीम सिंह नेगी, जगदीश चंद्र, कमलेश सिंह नेगी, राकेश राणा, सोहन बिष्ट ने भी संगठन अध्यक्ष के स्वर में स्वर मिलाते हुए हरेला पर्व पर पौधरोपण अभियान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।