= आवारा गोवंशीय पशुओं को गौ सदन भेजे जाने की उठाई मांग
= कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद नहीं हुई सुनवाई तो चढ़ा पारा

(((विरेन्द्र सिंह बिष्ट/अंकित सुयाल/मोहित कर्नाटक की रिपोर्ट)))

बाजार क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही गोवंशीय पशुओं की संख्या से आखिरकार व्यापारियों का सब्र जवाब दे गया। ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में नारेबाजी कर उपेक्षा पर रोष जताया। कहा कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद गोवंशीय पशुओं को गौ सदन नहीं भेजा जा रहा। हाईवे पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद सुध लेवा कोई नहीं। लगातार अनदेखी किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई।
मंगलवार को सुयालबाडी़, सुयालखेत, खैरना, छडा़,भुजान आदि तमाम क्षेत्रों के व्यापारी तहसील कोश्या कुटोली जा धमके। नारेबाजी कर रोष जताया। कहा कि आवारा गोवंशीय पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है बीते दिनों ही एक व्यापारी की कार के आगे अचानक गोवंशीय पशु के आने से कार दुर्घटनाग्रस्त हुई। कुछ दिन बाद व्यापारी का निधन भी हो गया। लगातार गोवंशीय पशु बाजार में भी गंदगी कर रहे हैं पैदल आवाजाही करने वाले लोगों पर हमलावर भी हो जा रहे हैं जिससे बड़ी घटना सामने आने की आशंका बनी हुई है। कई बार आवाज उठाई गई बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। व्यापारियों ने प्रशासन से गोवंशीय पशुओं को तत्काल गौ सदन भेजने की व्यवस्था करने की मांग उठाई। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान मनोज गोस्वामी, भास्कर कर्नाटक, गौरव जोशी, हिमांशु सुयाल, विनोद चंद्र, फिरोज अहमद, राकेश वर्मा, सुनील मेहरा, महेंद्र सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।