🔳दो किमी दूर से सिर पर पानी ढो रहे गांव के बाशिंदे
🔳सूख चुके जल स्रोत से योजना को जोड़ ग्रामीणों के हितों से खिलवाड़ का आरोप
🔳कुमाऊं कमिश्नर व जिलाधिकारी को भेजा हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन
🔳योजना की जांच करवाए जाने की उठाई पुरजोर मांग
🔳घटगाढ क्षेत्र से पंपिग पेयजल योजना के निर्माण पर दिया जोर
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे कूल गांव के बाशिंदों ने जल जीवन मिशन योजना में धांधली का आरोप लगा कुमाऊं आयुक्त व जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज योजना की जांच की मांग उठाई है। आरोप लगाया है की विभाग करोड़ों रुपये के बजट को ठिकाने लगा गांव के वाशिंदों को हितों से खिलवाड़ कर रहा है। ज्ञापन में पचास से ज्यादा ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं। बताया की मजबूरी में दो किमी दूर से पानी ढोना पड़ रहा है।
रामगढ़ ब्लॉक के कूल गांव के बाशिंदे बूंद बूंद पानी को मोहताज हो चुके हैं। रोजाना दो किमी दूर से महिलाएं, बच्चें तथा बुजुर्ग रोजाना सिर पर पानी के बर्तन रख ढोने को मजबूर हो चुके हैं। केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना से गांव को जोड़ करीब 2.46 करोड़ रुपये से भी अधिक का बजट स्वीकृत किया। उम्मीद थी की गांव में पानी का सूखा खत्म हो सकेगा पर आज तक गांव में पानी का अकाल ही पड़ा हुआ है। पूर्व ग्राम प्रधान कुंदन सिंह जीना ने आरोप लगाया की विभाग ने करोड़ों रुपये की योजना तो तैयार कर ली पर आज तक योजना से पानी की बूंद तक नसीब नहीं हुई है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। कहा की अधिकारियों ने बगैर गांव के बाशिंदों से राय मशविरा कर गलत स्रोत से पानी जोड़ दिया है वर्तमान में स्रोत सूख चुका है। ग्रामीणों ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत व जिलाधिकारी वंदना सिंह को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेज योजना की जांच किए जाने की मांग उठाई है ग्रामीणों ने घटगाढ़ क्षेत्र से पंपिग पेयजल योजना का निर्माण करवाए जाने पर जोर दिया है। चेतावनी दी है की यदि जल जीवन मिशन योजना के कार्यों की जांच नहीं हुई तो फिर आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन में दिनेश चंद्र, प्रकाश चंद्र, तारा सिंह, पनी राम, चंदन सिंह, महेश चंद्र, किशोरी लाल, नारायण राम, नंदन सिंह, राजन लाल, नीमा देवी, विमला देवी, तुलसी देवी, मुन्नी देवी, ख्याली राम, जीवन राम, नवीन चंद्र, गंगा सिंह, हरेंद्र सिंह, राजेंद्र लाल, रोहित कुमार समेत तमाम ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं।