🔳पवित्र शिप्रा व जीवनदायिनी कोसी में धड़ल्ले हो रहा शिकार
🔳जहरीले रसायनिक पदार्थ, प्रतिबंधित गंधक पोटाश व ब्लिचिंग से मारी जा रही मछलियां
🔳छोटी छोटी मछलियों के मारे जाने से हो रहा मछलियों का समूल नष्ट
🔳पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे अराजक तत्व
🔳विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने उठाई कार्रवाई की मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पवित्र शिप्रा व जीवनदायिनी कोसी नदी में अराजक तत्व मछलियों का समूल नष्ट करने में जुटे हुए हैं। प्रतिबंधित गंधक पोटाश, ब्लिचिंग व जहरीले रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल कर मछलियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। जहरीले रसायनिक पदार्थो के शिकार से छोटी-छोटी मछलियों तक मर जा रही हैं जिससे मछलियों का समूह नष्ट होता जा रहा है।

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के करीब बहने वाली जीवनदायिनी शिप्रा व पवित्र शिप्रा नदी पर संकट गहरा गया है।शुक्रवार को रामगढ़ क्षेत्र में अराजक तत्वों ने पवित्र शिप्रा नदी में भारी मात्रा में प्रतिबंधित ब्लीचिंग पाउडर डाल दिया जिससे सैकड़ो मछलियां मर गई। लोगों की टोकने के बावजूद अराजक तत्व मनमानी पर आमदा है।प्रतिबंधित रासायनिक पदार्थ, ब्लीचिंग पाउडर व गंधक पोटाश से मछलियों का शिकार होने से छोटी-छोटी मछलियां तक मर जा रही हैं। कोसी नदी क्षेत्र में भी तमाम स्थानों पर अराजक तत्व सक्रिय हैं। खुलेआम मछलियों का शिकार कर पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे हैं। छोटी छोटी मछलियों के मारे जाने से पारिस्थितिकी तंत्र के बिगड़ने का अंदेशा भी बना हुआ है। नदी क्षेत्र में पाई जाने वाली संरक्षित रोहू व महाशीर प्रजाति की मछलियों के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। स्थानीय लोग कई बार अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ चुके हैं बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही जिससे अराजक तत्वों का हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी, सुनील सिंह मेहरा, कुलदीप सिंह, गोविंद सिंह, गोधन सिंह, रघुराज सिंह आदि ने अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।