🔳 एक महीने से ओआरएस न मिलने से बाजार से खरीद रहे ग्रामीण
🔳समुचित दवाएं भी उपलब्ध न होने बार बार अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर हुए मरीज
🔳लगातार बढ़ रही डायरिया व हीट वेब से पस्त मरीजों की संख्या
🔳पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर जताई नाराजगी
🔳जल्द व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

भाबर के साथ पहाड़ में भी भीषण गर्मी से लोग तेजी से बिमार पड़ रहे हैं। ग्रामीण उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं पर बेतालघाट स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रिहाइड्रेशन रोकने के लिए ओआरएस(ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन) तक उपलब्ध नहीं है बीते एक महीने से अस्पताल में ओआरएस उपलब्ध नहीं है यह हालत तब है जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अस्पतालों में व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने के निर्देश दे चुके हैं।
तमाम गांवों के मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट में आसपास के सैकड़ों गांवों के बाशिंदे निर्भर है। भीषण गर्मी के कारण पिछले एक सप्ताह में ही बीस से ज्यादा लोग डायरिया से पस्त होकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंच चुके हैं जबकि भीषण गर्मी के बीच हीट वेब से भी कई ग्रामीण अस्पताल पहुंच चुके हैं। हालांकि अस्पताल में मरीजों को समुचित उपचार उपलब्ध करा विशेष अहतियात बरतने की सलाह भी दी जा रही है पर रिहाइड्रेशन से बचाव को इस्तेमाल होने वाला ओआरएस(ओरल रिहाइड्रेशन सोल्यूशन) ही अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। ऐसे में मरीजों को बाजार से महंगी कीमतों पर ओआरएस खरीदने के मजबूर हो रहे हैं। अस्पताल में महत्वपूर्ण ओआरएस उपलब्ध न होने से ग्रामीण मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। वहीं अस्पताल में समुचित दवा भी मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। तीन से चार दिन की दवा मिलने के बाद दूरदराज के गांवों से ग्रामीणों को कई किलोमीटर का पैदल सफर तय कर अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने वाले महत्वपूर्ण ओआरएस व समुचित दवाएं उपलब्ध न होने क्षेत्रवासियों ने गहरी नाराजगी जताई है। व्यापार मंडल अध्यक्ष बालम सिंह बोहरा व ग्राम प्रधान शेखर दानी ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। आरोप लगाया की एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री भीषण गर्मी को देख अस्पतालों में व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दे रहे है वहीं दूसरी ओर तमाम गांवों के मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महत्वपूर्ण ओआरएस व समुचित दवाएं तक उपलब्ध न होना समझ से परे है। क्षेत्रवासियों ने तत्काल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. श्वेता भंडारी के अनुसार जानकारी जुटाई जाएगी। जल्द ओआरएस उपलब्ध कराया जाएगा। ओपीडी में तीन दिन की दवा दी जाती है ताकी सभी को दवा उपलब्ध हो सके।