🔳पातली क्षेत्र में युवा पर्यटकों का दल मध्य रात्रि तक करता रहा डांस
🔳व्यापारी नेता के आपत्ति जताने के बाद शांत हुए पर्यटक
🔳सार्वजनिक स्थानों पर शोर शराबा प्रतिबंधित करने की उठी मांग
🔳खुले में आग जलाने से जंगलों के चपेट में आने का भी खतरा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पर्यटन सीजन के साथ ही अब अव्यवस्थाएं भी हावी होने लगी है जिससे पहाड़ के बाशिंदों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समीपवर्ती पातली क्षेत्र में बाहरी प्रदेश से आए पर्यटकों के दल ने देर रात तक सड़क किनारे आग जलाकर हो हल्ला करना शुरु कर दिया। व्यापारी नेता के आपत्ति जताने पर दल में शामिल लोग बामुश्किल शांत हुए। व्यापारी नेता ने देर रात तक सड़क किनारे आग जलाने व पार्टी आदि प्रतिबंधित करने की मांग उठाई है।
तपिश का पारा चढ़ने के साथ ही दूसरे प्रदेशों से पर्यटक उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों की ओर रुख करने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों में ही एकाएक पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो चुका है। कुछ पर्यटक परिवार समेत पहाड़ों को रुख कर रहे हैं तो वहीं कुछ युवा पर्यटकों का दल भी पर्वतीय क्षेत्र को पहुंचने लगा है ऐसे में शांत समझे जाने वाले पर्वतीय क्षेत्रों भीड़भाड़ दिखने लगी है। बीते रोज कुछ युवा पर्यटकों के पातली क्षेत्र में स्टेट हाइवे किनारे आग जलाकर डांस करने व हो हल्ला करने से क्षेत्र का माहौल अशांत हो गया। देर रात तक युवाओं के हो हल्ला करने से स्थानीय लोग भी परेशान हो गए। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी मौके पर पहुंचे और युवा पर्यटकों को फटकार लगाई। आग को भी बुझाया। बामुश्किल युवाओं का दल वहां से आगे की ओर रवाना हुआ। व्यापारी नेता गजेन्द्र नेगी ने सड़क किनारे आग जलाकर सार्वजनिक स्थानों पर हुड़दंग करने पर कड़ी कार्रवाई किए जाने तथा पर्यटन सीजन के दौरान खुले में डांस आदि करने पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग पुलिस प्रशासन से की है। अंदेशा जताया है की सड़क किनारे आग जलाने से जंगलों को भी नुकसान का अंदेशा बना रहता है।