🔳अस्तित्व बचाने को जूझ रही शिप्रा नदी में धड़ल्ले से है रहा शिकार
🔳कोसी के बाद अब शिप्रा नदी अराजक तत्वों के निशाने पर
🔳बाहरी क्षेत्रों से पहुंचे श्रमिक मनमानी पर हुए आमादा
🔳व्यापारी ने उठाई कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अस्तित्व बचाने को जूझ रही उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी क्षेत्र में अराजक तत्व करंट से मछलियों का शिकार कर मछलियों का समूल नष्ट करने में जुटे हुए हैं। खैरना क्षेत्र में धड़ल्ले से मछलियों को करंट से मौत के घाट उतारा जा रहा है। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी के अनुसार बाहरी क्षेत्रों से पहुंचे श्रमिक आए दिन मछलियों को मार डाल रहे है‌। व्यापारी नेता ने मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।

जीवनदायिनी कोसी नदी के बाद अब अराजक तत्वों ने पवित्र शिप्रा नदी को निशाने पर ले लिया है। कोसी नदी में गंधक पोटाश से धमाके कर मछलियों का शिकार करने के बाद अब अराजक तत्व पवित्र शिप्रा नदी में करंट के जरिए मछलियों को मौत के घाट उतारने में जुट गए हैं। नदी क्षेत्र में करंट छोड़ने से छोटी छोटी मछलियां तक तड़प तड़प के मर जा रही है वहीं पानी में करंट छोड़ने से बड़ी घटना का अंदेशा भी बना हुआ है। बावजूद अराजक तत्व मनमानी पर आमादा है। शिप्रा नदी को पवित्र नदी माना जाता है ऐसे में नदी में करंट से मछलियों को मार डालने से स्थानीय लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। आरोप लगाया की कई बार मछलियों के शिकार को मना भी किया जा चुका है बावजूद अराजक तत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी, विनोद मेहरा, गोविन्द सिंह, दीपक सिंह बिष्ट के अनुसार बाहरी क्षेत्र के श्रमिक का कार्य करने वाले अराजक तत्व नदी में करंट डाल मछलियों को मार डाल रहे हैं। मना करने के बावजूद अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं। व्यापारियों ने पवित्र नदी में करंट से मछलियों का खुलेआम शिकार करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।