= गांवो के मार्गो की सुध लेवा कोई नहीं
= लगातार बढ़ रहा है दुर्घटना का खतरा
= बेपरवाह विभाग नहीं कर रहा झाड़ियों की सफाई

(((दलिप सिंह नेगी/सुनील मेहरा/विरेन्द्र बिष्ट)))

गांवों को जोड़ने वाले सड़क मार्ग बदहाल हालत में है पर कोई सुध लेवा नहीं है। मोटर मार्ग झाड़ियों से पटे पड़े हैं पर जिम्मेदार मुंह मोड़े बैठे हैं। जिससे हादसे का खतरा दोगुना बढ़ गया है।
बेतालघाट से मल्ली सेठी, खोला, तल्ली सेठी, ओखलठूंगा, डॉनपरेवा आदि गांवों को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मोटर मार्ग झाड़ियों से पटा पड़ा है। मार्ग के दोनों और बड़ी-बड़ी झाड़ियां दुर्घटना को दावत दे रही हैं। आवाजाही करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कभी भी कोई जंगली जानवर झाड़ियों के बीच घात लगाएं वाहन चालकों पर हमला कर सकता है बावजूद विभाग आंखे मूंदे बैठा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार आवाज उठाई जा चुकी है पर मोटर मार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। मजबूरन जान हथेली पर रख आवाजाही करनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने विभाग पर गांवो की उपेक्षा किए जाने का भी आरोप लगाया है। कहा कि एक ओर गांवों में मोटर मार्ग निर्माण किए जा रहे हैं वही पहले से बने महत्वपूर्ण गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्गो की सुध नहीं ली जा रही जो निंदनीय है। ग्रामीणों ने तत्काल मोटर मार्ग को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई। दोटूक चेताया है कि यदि अनदेखी की गई तो सड़क पर उतर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।