= ब्लाक प्रमुख बोली – प्रचार प्रसार ना होने से नहीं पहुंचे गांवों के लोग
= बीडीओ बोले – अब अगली न्याय पंचायत में लगने वाले शिविर में होगा समस्याओं का समाधान
= पहले ही बहुउद्देश्यीय शिविर में निकली दावों की हवा

(((दलिप सिंह नेगी/कुबेर सिंह जीना/महेन्द्र कनवाल की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय में लगा बहुउद्देश्यीय शिविर मजाक बनकर रह गया। प्रदेश का पहला ऐसा बहुउद्देश्यीय शिविर बना जहां एक भी जनसमस्या दर्ज न हो सकी। ब्लॉक प्रमुख ने भी माना कि समय से सूचना गांवों में ना भिजवाने से भी लोग शिविर में नहीं पहुंचे। उच्चस्तरीय अधिकारियों की कमी भी बड़ा कारण रहा। बीडीओ ने भी दावा किया की अब अगली न्याय पंचायत में लगने वाले शिविर में जन समस्याओं का निराकरण किया जाएगा धामी सरकार के कार्यकाल में ऐसे बहुउद्देश्यीय शिविर पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीडीओ के निर्देश पर बेतालघाट के जीआइसी परिसर में मंगलवार को बहुउद्देश्यीय शिविर लगा। शिविर का शुभारंभ ब्लाक प्रमुख आनंदी बधानी ने किया। कई विभागों के कर्मचारियों ने स्टाल लगाए। विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। हैरत की बात यह रही कि शिविर में एक भी जन समस्या दर्ज ना हो सकी। महत्वपूर्ण विभागों के कर्मचारी ही नहीं पहुंचे। बीडीओ हरि शंकर पांडे ने अनुसार मंगलवार को लगे शिविर में समस्याएं नहीं ली गई। कहा कि अगले शिविर में राजस्व विभाग की मौजूदगी में ही जन समस्याएं सुनी जाएंगी। ब्लाक प्रमुख आंनदी बधानी ने भी उच्च अधिकारियों के नपहुंचने की बात कही साथ ही कहा कि समुचित प्रचार-प्रसार ना होने से भी गांवों के लोग नहीं पहुंच सके। शिविर में समस्याओं का निराकरण ना होने पर कई लोग निराश वापस लौटे। बहुउद्देश्यीय शिविर चर्चा का विषय बना रहा। बाहरहाल प्रदेश की पुष्कर धामी सरकार के कार्यकाल में लगा पहला बहुउद्देश्यीय शिविर बिना समस्याओं के समाधान के ही निपट गया।