= स्थानीय लोगों ने लगाया बाहर से बंदर लाकर क्षेत्र में छोड़ने का आरोप
= लोगों को दौड़ा रहे कटखने बंदर
= बड़ी घटना सामने आने की जताई आशंका

(((दलिप सिंह नेगी/राहुल शर्मा की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्रों में बंदरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। कटखने बंदर लोगों राह चलते लोगो पर हमला कर उन्हे घायल कर दे रहे हैं। ताजा मामला विकासखंड बेतालघाट के मुख्य बाजार का है। बंदरों के झुंड ने 60 वर्षीय बुजुर्ग पर हमला कर उन्हेंछ घायल कर दिया।
रविवार को बेतालघाट बाजार क्षेत्र में अखबार वितरण का करने का कार्य करने वाले लीला राम रोज की तरह अखबार वितरित कर रहे थे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को जाने वाले रास्ते पर पहुंचे ही थे कि एकाएक बंदरों के झुंड ने उनके ऊपर हमला कर दिया। बंदरों के झुंड के एकाएक हमले से लीलाराम सख्ते में आ गए। चीखने चिल्लाने लगे तभी आसपास के लोगों ने भी बंदरों को भगाने का प्रयास किया तब जाकर बंदर भागे। स्थानीय लोगों की मदद से लीलाराम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया पर हैरत की बात रही कि अस्पताल में एक अदद टिटनेस का इंजेक्शन भी उपलब्ध ना हो सका। जिस पर क्षेत्रवासियों ने रोष जताया। बाजार क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे बंदरों के आतंक से क्षेत्रवासी परेशान है।आरोप लगाया कि बाहरी क्षेत्रों से भी बंदर लाकर बाजार में छोड़े जा रहे हैं। बंदर लोगों के पीछे काटने दौड़ रहे हैं कभी भी बड़ी घटना सामने आ सकती है। क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से बंदरों के आंतक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है। वही अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन तक उपलब्ध ना होने पर लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए। कहा कि तमाम गांवो के मध्य में लाइफ लाइन का काम करने वाले अस्पताल में एक अदद टिटनेस का इंजेक्शन भी ना होना स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल रहा है। लोगों ने अस्पताल में भी व्यवस्थाओं में सुधार की मांग उठाई है। चेताया कि यदि उपेक्षा की गई तो सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।