= समय रहते निस्तारण न होने पर सामने आ सकती है बड़ी घटना
= चौराहे के समीप रहने वाले व आवाजाही कर रहे यात्री वाहनों को भी खतरा
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खैरना चौराहे पर विशालकाय पेड़ खतरा बन चुके हैं। वर्षो पुराने पेड़ों के निस्तारण की पुरजोर मांग उठी है। विशालकाय पेड़ धराशाई हुए तो बड़ी घटना सामने आ सकती है।
खैरना चौराहे में कई विशालकाय पेड़ खतरे को दावत दे रहे हैं। आंधी तूफान में खतरा कई गुना बढ़ जाता है। वही पेड़ों के नीचे से विद्युत लाइन खतरा दोगुना बढ़ा दे रही है। विशालकाय पेड़ों से खतरा बढ़ता ही जा रहा है। लोगों का कहना है कि विशालकाय पेड़ वर्षों पुराने हैं जिससे कभी भी धराशाई होने का खतरा बना हुआ है। यदि समय रहते पेड़ों का निस्तारण नहीं किया गया तो बड़ी घटना सामने आ सकती है। कई बार पेड़ों से टहनियां टूट कर लोग चोटिल होते होते बचे हैं। ऐसे में हाईवे पर आवाजाही कर रहे यात्री वाहनों पर भी खतरा मंडरा रहा है। चौराहे पर रहने वाले लोग भी खतरे की जद में है। यदि समय रहते पेड़ों का निस्तारण नहीं किया गया तो बड़ी घटना सामने आ सकती है। लोगों ने तत्काल वर्षों पुराने पेड़ों का निस्तारण किए जाने की मांग वन विभाग से की है।