🔳लोनिवि ने पहले चरण के कार्य को सरकार को भेजा 25 लाख रुपये का प्रस्ताव
🔳सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद शुरु होगा डीपीआर निर्माण का कार्य
🔳पुल के अस्तित्व में आने पर गांवों के सैकड़ों बाशिंदे होंगे लाभान्वित
🔳स्कूली नौनीहालों की जिंदगी से भी टल सकेगा खतरा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के कोसी नदी पार के गांवों को झूला पुल से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है‌ झूला पुल निर्माण के बाद गांव के बाशिंदों को जान जोखिम में डाल आवाजाही नहीं करनी पड़ेगी। लोक निर्माण विभाग ने कटिमी, गजार व बिसगुली गांव को झूला पुल से जोड़ने को पहले चरण के कार्य के लिए 25 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। सरकार से हरी झंडी मिलते ही सर्वे, डीपीआर निर्माण समेत अन्य कार्य शुरु होंगे।
ब्लॉक के कटिमी, गजार व बिसगुली गांव के सैकड़ों बाशिंदे जान जोखिम में डाल कोसी नदी पार कर सेठी – रामनगर मोटर मार्ग पर पहुंचते हैं। स्कूली बच्चे व गांवों के किसानों के लिए भी जान हथेली पर रख आवाजाही करना नियति बन चुका है‌। बारिश होने पर नदी का प्रवाह बढ़ जाता है जिससे स्कूली बच्चे स्कूल ही नहीं पहुंच पाते। गांव के किसान भी उपज को बड़ी मंडियों तक भेजने में असमर्थ हो जाते हैं। उपज के मंडी न पहुंचने से खेतों में ही बर्बाद हो जाती है। किसानों को भारी नुक्सान भी उठाना पड़ता है। वहीं मरीजों व बुजुर्गो को भी बामुश्किल अस्पताल पहुंचाया जाता है‌ पर अब समस्याओं से निजात मिलने की उम्मीद जग गई है।गांव के बाशिंदों के लगातार मांग उठाए जाने के बाद अब लोनिवि रामनगर ने भी कदम बढ़ा लिए है। नदी पर सुरक्षित आवाजाही को झूला पुल निर्माण की कवायद शुरु कर दी गई है‌ बकायदा पुल निर्माण के पहले चरण के कार्य के लिए प्रस्ताव बनाकर भी सरकार को भेजा गया है। लोनिवि के अपर सहायक अभियंता गिरीश कुमार के अनुसार 180 मीटर लंबाई के झूला पुल निर्माण को पहले चरण के कार्य को लगभग 25 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआर तैयार करने संबंधी कार्य होगा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि प्रेम गिरि के अनुसार झूला पुल निर्माण से स्कूली बच्चों, किसानों व गांव के बाशिंदों को राहत मिल सकेगी।