🔳बाल्यावस्था में तेजी से होता है बच्चों में मानसिक विकास
🔳एक दिवसीय कार्यशाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी गई अहम जानकारियां
🔳हाइवे पर स्थित छड़ा स्थित केंद्र में हुआ कार्यक्रम
🔳49 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया कार्यशाला में प्रतिभाग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर छड़ा क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में हुई एक दिवसीय कार्यशाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। आंगनबाड़ी केंद्र के वातावरण, स्कूल पूर्व शिक्षा, बच्चों के मस्तिष्क में शुरुवाती वर्षो का महत्व तथा शिक्षिका को बेहतर व्यवहार के साथ नौनिहालों को बुनियादी शिक्षा का ज्ञान उपलब्ध कराने का आह्वान किया किया गया।
मंगलवार को छड़ा बाजार स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तत्वावधान में गरमपानी व सिमलखा सेक्टर के गांवों में स्थित 49 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकर्ताओं की कार्यशाला हुई। पहले सत्र में नौनिहालों में शुरुवाती वर्षो का महत्व, मानसिक विकास आदि पर चर्चा हुई। फाउंडेशन के रिसोर्स पर्सन आरिफ हुसैन ने बताया की आठ वर्ष तक बच्चों में तेजी से मानसिक विकास होता है जिससे उनमें सिखने की क्षमता काफी अधिक होती है। नौनिहालों को भावगीत, कहानियों व अन्य गतिविधियों के जरिए शिक्षा देने, केंद्र का वातावरण तथा बेहतर व्यवहार से बच्चों को बुनियादी शिक्षा उपलब्ध कराने के बारे में बताया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूल पूर्व शिक्षा की विस्तार से जानकारी दी। फाउंडेशन की किरन जोशी ने बताया की खेलकूद की सामग्री उपलब्ध कराने तथा विभिन्न रंग बिरंगे ज्ञानवर्धक पोस्टर तैयार कर बच्चों में रुचि पैदा की जा सकती है। केंद्र की दीवारों में भी चित्रण कर बच्चों में सिखने की क्षमता बढ़ाने का आह्वान किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी कई अहम बिंदुओं पर सवाल पूछे जिनका फाउंडेशन सदस्यों ने उदाहरण के साथ जवाब दिए। इस दौरान हेमा जोशी, लता देवी, मंजू मेहरा, बीना कनवाल, रजनी नेगी, प्रेमा खाती, मनीषा आर्या, कमला पांडे समेत कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रही।