🔳गांवो से छोड़े गए मवेशी खेतों में पहुंच उपज कर दे रहे बर्बाद
🔳कई बार मनाही के बावजूद मनमानी किए जाने का आरोप
🔳मामले में कार्रवाई किए जाने की उठी मांग
🔳मनमाना रवैया अपनाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के घिरोली व हरचनौली गांव में आवारा छोड़ दिए जा रहे गौवंशीय पशु मुसीबत का सबब बन गए हैं। आसपास के गांव से छोड़े जा रहे मवेशी खेती बाड़ी चौपट कर दे रहे हैं। स्थानीय नवीन चंद्र आर्या ने पशुओं को आवारा छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
गांव में पहले ही काश्तकार चौपट होती खेती से परेशान है। किसान हाड़तोड़ मेहनत कर थोड़ी बहुत उत्पादन कर भी रहे हैं तो वह भी अब गौवंशीय पशु चौपट कर दे रहे हैं। कोसी नदी से सटे गैरखाल गांव में समीपवर्ती गांव से छोड़े जा रहे मवेशियों से कई एकड़ कृषि भूमि बंजर हो चुकी है। काश्तकारों ने अब खेती-बाड़ी करना ही छोड़ दिया है। अब घिरोली व हरचनौली गांव में भी आसपास के गांव से गौवंशीय पशु छोड़ दिए जा रहे हैं।मवेशी सीधे खेतों की ओर रुख कर रहे हैं तथा खेतों को रौंद उपज को बर्बाद कर दे रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार पशुपालकों से मवेशियों को आवारा न छोड़ने के लिए कहा भी जा चुका है बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। लगातार मनमानी की जा रही है।स्थानीय नवीन चंद्र आर्या ने प्रशासन से मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है‌। दो टूक चेतावनी दी है की यदि कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामीणों को साथ लेकर धरना प्रदर्शन शुरु किया जाएगा।