🔳मटीला गांव स्थित आंदोलन स्थल पहुंची अफसरों की फौज
🔳मैराथन बैठक के बाद लिखित आश्वासन के बाद खत्म हुआ आंदोलन
🔳लोनिवि के अधिकारियों ने काकड़ीघाट – मटीला मोटर को दुरुस्त करने का दिया भरोसा
🔳शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जीआइसी चौमूधार में जल्द व्यवस्था चाक चौबंद करने का दिया आश्वासन
🔳आश्वासन से मुकरने पर आंदोलनकारियों ने दोबारा आंदोलन की दी चेतावनी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण काकड़ीघाट – मटीला मोटर मार्ग को दुरुस्त करने तथा जीआइसी चौमूधार में प्रधानाचार्य तथा रिक्त पड़े महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के पदो पर तैनाती करने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से चली आ रही भूख-हड़ताल अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद समाप्त हो गई। भूख हड़ताल पर डटे बीडीसी प्रतिनिधि रमेश सिंह भंडारी ने चेतावनी दी की यदि समय रहते व्यवस्थाओं पर सुधार नहीं किया गया तो फिर दोबारा आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा। भूख हड़ताल समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
हाइवे से सटे मटीला गांव स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक परिसर में बीते मंगलवार से बीडीसी प्रतिनिधि रमेश सिंह भंडारी ने भूख हड़ताल शुरु कर दी। आरोप लगाया था की पूर्व में अधिकारियों ने जल्द जीआइसी चौमूधार में रिक्त पड़े प्रधानाचार्य तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों की तैनाती का भरोसा दिलाया था पर दस दिन से भी ज्यादा का समय बीतने के बावजूद कोई सुध नहीं ली गई। वादाखिलाफी से नाराज होकर रमेश सिंह भंडारी ने भूख हड़ताल शुरु की तो आसपास के गांवों के बाशिंदे भी समर्थन में उतर आए। व्यापार मंडल काकड़ीघाट व टैक्सी यूनियन ने भी मांग को जायज ठहरा आंदोलन को समर्थन दे दिया। लगातार मामला तूल पकड़ता देख शुक्रवार को प्रशासन, शिक्षा विभाग व लोनिवि के अफसर गांव पहुंच गए। लंबी बातचीत कर आंदोलन समाप्त करने को कहा। आंदोलनकारियों ने लिखित में मांगे पूरी करने की बात कही। बाद में विभागीय अधिकारियों ने जल्द मांगे पूरी किए जाने का भरोसा दिलाया। तब जाकर आंदोलनकारी पीछे हटने को तैयार हुए। तहसीलदार हेमंत मेहरा ने बीडीसी प्रतिनिधि को जूस पिलाकर भूख हड़ताल खत्म करवाई। रमेश सिंह भंडारी के अनुसार अधिकारियों ने जल्द सड़क में डामरीकरण करवाने, नाली निर्माण, सुरक्षात्मक कार्य करवाने तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जल्द शिक्षकों व स्थाई प्रधानाचार्य की तैनाती का आश्वासन लिखित में दिया है। साफ कहा की यदि समय रहते मांगे पूरी ने की गई तो फिर दोबारा आंदोलन शुरु किया जाएगा। इस दौरान बीइओ एसएस चौहान, सहायक अभियंता लोनिवि कमल गोयल, डा. शिवराज सिंह, कनिष्ठ सहायक अभियंता प्रदीप नेगी, राजस्व उपनिरीक्षक केएस कनवाल, राजेश आर्या, देवेंद्र सिंह फर्त्याल, गोपाल सिंह कनवाल, हरक सिंह, पान सिंह, महेंद्र सिंह परिहार, चतुर सिंह, नारायण सिंह, हरीश पाठक, निशा देवी, अनीता देवी आदि मौजूद रहे।

One thought on “क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि की भूख हड़ताल के बाद आखिरकार झुका तंत्र”
  1. बुरा हल है शिक्षा के क्षेत्र में पंडित गोविन्द बल्लभ पंत राजकीय इंटर कालेज खूंट में जो अब पि ऍम श्री के नाम पर हो गया है वह बीते साल फरवरी से भौतिकी के विषय का अध्यापक नहीं है 45 लोगो ने सी ऍम पोर्टल में रिपोर्ट की है जिसमे अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुवी ओर न ही टीचर आया जो सरकार शिक्षा स्वास्थ भस्टाचार के नाम पर आयी थी वो ही अब विधायक कर्नल कोठियाल जैसो को खरीद कर अपने पाले में मिलाने में लगी है हमारे क्षेत्र के कोई नेता ऐसा नहीं है जो इस विषय को उठाये में राम सिंह भंडारी की जागरूकता को सलाम करता हु

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