🔳सम्मान पाने वाली प्रदेश की पहली स्वयं सेवी संस्था बनी आरोही
🔳शिक्षा, स्वास्थ्य तथा आजिविका के क्षेत्र में कार्य करने पर मिला सम्मान
🔳आठ सदस्यीय समिति ने लिया निर्णय
🔳सम्मान मिलने पर संस्था सदस्यों व क्षेत्रवासियों ने व्यक्त की खुशी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

तीस वर्षों से भी अधिक समय से कुमाऊं के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, आजिविका के क्षेत्र में कार्य कर रही आरोही संस्था को नवें राष्टीय अस्तित्व सम्मान से नवाजा गया है। राष्ट्रीय अस्तित्व सम्मान पाने वाली आरोही प्रदेश की पहली स्वयं सेवी संस्था बन गई है।इससे पहले यह सम्मान अमूल, सीआइएसएफ तथा आइटीसी को भी मिल चुका है। सम्मान मिलने पर संस्था से जुड़े सदस्यों ने खुशी व्यक्त की है।

पीएचडी चैंबर के फैमिली वैलफेयर फाउंडेशन के तत्वावधान में दिल्ली के पीएचडी हाउस में हुए कार्यक्रम में कुमाऊं के दूरस्थ व मूलभूत सुविधाओं से वंचित गांवों में से स्वास्थ्य, शिक्षा, आजिविका, प्राकृतिक संसाधन एवं जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में पिछले लंबे समय से कार्य कर पांच से भी अधिक गांवों में अग्रणी योगदान देने पर रामगढ़ ब्लॉक की आरोही संस्था को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायाधीश रेखा पल्ली तथा पीएचडी फैमिली वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष अनुराधा गोयल ने आरोही संस्था के कार्यों की सराहना कर सम्मानित किया। आरोही के अध्यक्ष डा. (अवकाश प्राप्त कर्नल) सीएस पंत अधिशासी निदेशक डा. पंकज तिवारी, स्वाती पंत, निधी व्यास, चंद्रकला बिष्ट, चित्रा मेहरा ने संयुक्त रुप से सम्मान प्राप्त किया। संस्था के अध्यक्ष डा. (अवकाश प्राप्त कर्नल) सीएस पंत के अनुसार गहन चयन प्रक्रिया के आधार पर सम्मान दिए जाने का प्रावधान है। इस वर्ष चयन समिति में विदेश मंत्रालय भारत सरकार की पूर्व सचिव शशि उबन त्रिपाठी, यूपीएससी की पूर्व सदस्य शोबना नारायण, पूर्व सचिव भारत सरकार सुनीता त्रिवेदी, अवकाश प्राप्त आइपीएस डा. रश्मि सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट प्रिया हिंगोरानी समेत आठ सदस्यीय टीम ने आरोही संस्था को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किए जाने का निर्णय लिया। राष्ट्रीय अस्तित्व सम्मान मिलने पर संस्था सदस्यों व क्षेत्रवासियों ने खुशी व्यक्त की है।