🔳लोहाली – थुआ मोटर मार्ग के मुआवजे वितरण का मामला
🔳ताड़ीखेत गांव के किसान का बीस लाख रुपये से अधिक की धांधली का आरोप
🔳कई बार प्रशासन व अधिकारियों को ज्ञापन देने के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

लोहाली- थुआ मोटर मार्ग पर मुआवजा वितरित मामले पर कार्रवाई न होने से नाराज स्थानीय किसान ने अब न्यायालय की शरण में जाने का मन बना लिया है। कास्तकार ललित प्रसाद के अनुसार प्रशासन व पीएमजीएसवाई विभाग के अधिकारियों से जांच की गुहार लगाए जाने व लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। साफ कहा है की अब न्यायालय की शरण लेना ही एकमात्र रास्ता बचा है।
वर्ष 2020 में बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों को जोड़ने के लिए लोहाली – थुआ मोटर मार्ग निर्माण के दौरान कई किसानों की कृर्षि भूमि व आड़ू, पूलम व खुमानी के बगीचे जद में आए। अब तीन वर्ष बाद पीएमजीएसवाई विभाग ने मुआवजा वितरण शुरु किया तो मुआवजे वितरण में सवाल खड़े हो गए। स्थानीय कास्तकार ललित प्रसाद के अनुसार लगभग पचास लाख रुपये से भी अधिक के मुआवजे में करीब बीस लाख रूपये की बंदरबांट की गई है। जिन लोगों की जमीन व फलदार पेड़ तक जद में नहीं आए उनको भी लाखों रुपये मुआवजा बांटा गया है जबकि पात्र किसानों को समुचित मुआवजा नहीं दिया गया है। ललित प्रसाद ने बड़े पैमाने पर मिलीभगत कर मुआवजे में भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप भी लगाया है। ललित प्रसाद के अनुसार जांच को लेकर प्रशासन व पीएमजीएसवाई के अफसरों तक को ज्ञापन सौंपा जा चुका है बावजूद बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार की जांच को कोई कदम नहीं उठाए जा रहे। साफ कहा की अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। किसान ललित प्रसाद के अनुसार मामले की निष्पक्ष जांच के बाद बड़े भ्रष्टाचार पर पर्दा उठ सकेगा।