🔳बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के तमाम विद्यालयों आऐंगे दायरें में
🔳15 किमी के आसपास से नौनिहालों की आवाजाही को होगी परिवहन सुविधा
🔳प्रक्रिया पर पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने जताई नाराजगी
🔳गांवो के विद्यालयों को खत्म करने की साज़िश दी करार
🔳 बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के 12 – 12 विद्यालयों को समीपवर्ती विद्यालय से संबद्ध करने की तैयारी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

आसपास के विद्यालयों को समीपवर्ती विद्यालय में शामिल कर उत्कृष्ट विद्यालय बनाए जाने की कवायद से पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों में नाराजगी बढ़ गई है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने इसे सरकार का तुगलकी फरमान करार दे गांवों में स्थित विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त करने की साज़िश करार दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी रामगढ़ गितिका जोशी के अनुसार राज्य स्तर पर प्रक्रिया गतिमान है। सरकार का विजन सुविधा तथा अत्याधुनिक संसाधन युक्त विद्यालय बनाए जाने का है।
पहाड़ों में नौनिहालों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने को नित नए निर्णय लिए जा रहे हैं बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा। शिक्षकों के पहाड़ से तराई को रुख करने से तमाम विद्यालय शिक्षक विहीन हो चुके हैं। गांवो में बेहतर शिक्षा व्यवस्था न मिलने से लोग तेजी से गांव से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं जिससे गांवों के विद्यालयों में छात्र संख्या भी घटती जा रही है। अब सरकार व शिक्षा विभाग ने इस पास के पंद्रह किमी के दायरे में स्थित विद्यालयों को एक विद्यालय में मर्ज कर उत्कृष्ट विद्यालय बनाने की कवायद शुरु कर दी है। बकायदा विद्यालयों का चिह्निकरण भी कर दिया गया गया है। गांवो में स्थित विद्यालयों को एक विद्यालय में मर्ज करने की प्रक्रिया से पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व अभिभावकों ने भी नाराजगी जता दी है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, व्यापार मंडल प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह बिष्ट ने इसे तुगलकी फरमान करार दे गांवों की उपेक्षा करार दिया है। आरोप लगाया है की गांवों में स्थित विद्यालयों का अस्तित्व समाप्त करने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहां की गांवों के स्कूलों में सुविधाएं व शिक्षक उपलब्ध कराने के उलट विद्यालयों को समाप्त करने की रणनीति तैयार की जा रही है। पहाड़ की विकट भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला दे योजना के पुरजोर विरोध की चेतावनी भी दे डाली है। इधर खंड शिक्षा अधिकारी रामगढ़ गितिका जोशी के अनुसार अभी राज्य स्तर पर प्रक्रिया गतिमान है। समस्त सुविधा युक्त उत्कृष्ट विद्यालय बनाने का विजन है। आसपास के विद्यालयों को मर्ज कर बनाए गए उत्कृष्ट विद्यालय में समस्त अत्याधुनिक संसाधन व आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। नौनिहालों को लाने व ले जाने के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने का भी प्रावधान है।

इन विद्यालयों को दूसरे विद्यालय में मर्ज करने की कवायद

बेतालघाट ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज रातीघाट, हल्सों कोरड, धनियाकोट को जीआइसी खैरना में मर्ज किया जाएगा जबकि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मल्ली सेठी, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बेतालघाट, जीआइसी तल्लीसेठी, ऊंचाकोट को उटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज बेतालघाट में शामिल किया जाएगा। जीआइसी भतरौंजखान व राउमावि रिची को जीआइसी जीतुवापीपल, राउमावि खलाड़ को जीआइसी सिमलखा, राउमावि बजेडी़ को जीआइसी गरजोली, जीआइसी ताड़ीखेत को जीआइसी लोहाली में सम्बद्ध करने की प्रक्रिया गतिमान है जबकि रामगढ़ ब्लॉक के राउमावि रीठा, हरतोला व देवदार को जीआइसी नथुवाखान तथा राउमावि क्वारब, बिचखाली, जीआइसी जौरासी को राजकीय अटल उत्कृष्ट इंटर कॉलेज ढोकाने में मर्ज किया जाएगा जबकि राउमावि तल्ला व मल्ला रामगढ़ को नारायण स्वामी जीआइसी तल्ला रामगढ़, गहना व ल्वैशाल को जीआइसी पोखरी, जीआइसी मौना को जीआइसी प्यूडा, राउमावि सतबूंगा को जीआइसी सूपी में शामिल करने की तैयारी है।