🔳बजट आवंटन न होने से गरमपानी में प्रभावित हुए कार्य
🔳बाढ़ के खतरे से आबादी को बचाने को मिली थी छह करोड़ रुपये की स्वीकृति
🔳शुरुआत में मिले तीन करोड़ से कार्य करवाए जाने का दावा
🔳अधिशासी अभियंता बोले – दोबारा भेजी जा चुकी डिमांड
🔳 कार्य अधूरे रहने पर व्यापारी नेता ने जताई नाराजगी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना बाजार के ठिक पीछे बहने वाली उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी पर किए जा रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यों पर ब्रेक लग गया है जबकि सुरक्षा कार्य अभी आधे अधूरे ही हो सके हैं। गरमपानी मुख्य बाजार के पीछे तो अभी ढंग से शुरुआत भी नहीं हो सकी है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार वर्मा के अनुसार बजट के लिए डिमांड भेज दी गई है। जल्द बजट मिलने की उम्मीद है।
दरअसल हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना बाजार के पीछे बहने वाली उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी ने चार वर्ष पूर्व अक्टूबर के महीने भारी तबाही मचाई। नदी के रौद्र रुप ने दर्जनों मकानों को क्षति पहुंचाई वहीं चार आवासीय मकानों को नेस्तनाबूत कर दिया। क्षेत्रवासियों की मांग पर सिंचाई विभाग ने बाढ़ सुरक्षा कार्यों का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा। सरकार ने भी जनहित को ध्यान में रख लगभग छह करोड़ रुपये की स्वीकृति बाढ़ सुरक्षा कार्यों के लिए दी। बजट मिलने पर शुरुआत में बाढ़ सुरक्षा कार्यों ने तेजी पकड़ी और खैरना क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्य भी किए गए पर अब गरमपानी बाजार क्षेत्र पीछे बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरु हो ही सके थे की एकाएक कार्यों पर ब्रेक लग गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार शुरुआत में तीन करोड़ रुपये अवमुक्त हुए जिसके सापेक्ष कार्य करवाया गया। अब बजट खत्म होने से कार्य प्रभावित हो गए हैं। गरमपानी व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी ने मामले को गरमपानी मुख्य बाजार की उपेक्षा करार दिया है। आरोप लगाया की गरमपानी क्षेत्र के लिए अब बजट खत्म होने का हवाला दे जनहित से खिलवाड़ किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार वर्मा के अनुसार छह करोड़ के बजट में तीन करोड़ रुपये मिले थे। दोबारा बजट आवंटन को डिमांड भेज दी गई है। बजट मिलते ही जल्द कार्य शुरु करवाए जाएंगे।