🔳जल निगम की अधिशासी अभियंता ने बैठाई जांच
🔳लगातार मिल रही शिकायतों व डीएम के आदेश के बाद हरकत में विभाग
🔳करोड़ों रुपये के सरकारी बजट से बनी है योजनाएं
🔳जांच के बाद लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

ग्रामीणों की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रही करोड़ों रुपये के लागत से बनी पंपिग पेयजल योजनाएं जांच के घेरे में आ गई है। जल निगम की अधिशासी अभियंता पल्लवी चौधरी ने लगातार मिल रही शिकायतों के देख बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में बनी चार पंपिग पेयजल योजनाओं पर जांच बैठा दी है। योजनाओं के जांच के दायरे में आने से हड़कंप मचना तय माना जा रहा है। अधिशासी अभियंता पल्लवी चौधरी के अनुसार सभी योजनाओं की निरीक्षण भी होगा। अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश सरकार ने गांवों में पानी का सूखा खत्म करने को करोड़ों रुपये की लागत से पंपिग पेयजल योजनाओं का निर्माण करवाया है बावजूद गांवों में बूंद बूंद पानी को हाहाकार मचा हुआ है। करोड़ों रुपये की लागत से बनी कफूल्टा – बारगल, मझेडा – ब्यासी, धारी – खैरनी पंपिग पेयजल योजनाओं से गांवों के बाशिंदों को समुचित पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा। जबकि रिची – थापल पंपिग पेयजल योजना से भी आए दिन आपूर्ति प्रभावित रहती है। ऐसे में गांव के बाशिंदों को पेयजल के लिए दूरदराज रुख करना मजबूरी बन चुका है। बीते दिनों नैनीताल में जिलाधिकारी वंदना के सामने में भी मामला जोर शोर से उठने के बाद अब संबंधित विभाग हरकत में आ गया है। जल निगम रामनगर की अधिशासी अभियंता पल्लवी चौधरी ने सख्त रुख अपनाते हुए चारों पंपिग पेयजल योजनाओं की जांच बैठा दी है। करोड़ों रुपये की लागत से तैयार कफूल्टा – बारगल, मझेडा़ – ब्यासी तथा धारी – खैरनी पंपिग पेयजल योजना से ग्रामीणों को लाभ न मिलने पर गहरी नाराजगी जताई है। अधिशासी अभियंता पल्लवी चौधरी के अनुसार सभी योजनाओ की जांच करवाई जाएगी। निरीक्षण भी किया जाएगा। साफ कहा की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।