🔳आपदा से ध्वस्त खैरना – रानीखेत स्टेट हाइवे बहा रहा बदहाली पर आंसू
🔳विभाग तीन बार भेज चुका मरम्मत का प्रस्ताव पर नहीं मिल रही हरी झंडी
🔳यात्री व पर्यटक जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर
🔳व्यापारियों ने महत्वपूर्ण स्टेट हाइवे की उपेक्षा पर जताई नाराजगी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
आपदा से जगह जगह बदहाल महत्वपूर्ण खैरना – रानीखेत स्टेट हाइवे की उपेक्षा से यात्री व पर्यटक जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हैं। लोनिवि स्टेट हाईवे की मरम्मत को लगातार तीन बार प्रस्ताव भी तैयार कर चुका है बावजूद बजट को स्वीकृति नहीं मिल रही है। महत्वपूर्ण स्टेट हाइवे की अनदेखी से अब व्यापारियों में भी नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। लोनिवि के अवर अभियंता हरि मोहन जोशी के अनुसार बजट मिलने के बाद ही कार्य शुरु कराया जाएगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर खैरना क्षेत्र से रानीखेत, कौसानी, बागेश्वर समेत तमाम महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों व बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम, हेमकुंड साहब समेत कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाला खैरना – रानीखेत स्टेट हाइवे चार वर्ष पूर्व आपदा से जगह जगह ध्वस्त हो गया। तब से आज तक हाइवे की मशक्कत को सुध नहीं ली जा रही। पर्यटक व यात्री जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हैं। स्टेट हाइवे की देखरेख की जिम्मेदारी संभालने वाला लोनिवि विभाग स्टेट हाइवे की मरम्मत को पहले 3.80 करोड़ रुपये फिर 1.15 करोड़ व 30. 36 लाख रुपये के तीन बार प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज चुका है बावजूद एक बार भी बजट को स्वीकृति नहीं मिली है जिस कारण लगातार बदहाल होते जा रहे स्टेट हाइवे पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है। लगातार उपेक्षा किए जाने से व्यापारी नेता आंनद सिंह नेगी, कुलदीप सिंह, गजेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह आदि ने गहरी नाराजगी जताई है। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने का आरोप भी लगाया। चेतावनी दी है की यदि जल्द खस्ताहाल हो चुके महत्वपूर्ण स्टेट हाइवे को जल्द दुरुस्त नहीं किया गया तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। लोनिवि के अवर अभियंता हरि मोहन जोशी के अनुसार बजट स्वीकृत न हो पाने से मरम्मत कार्य शुरु नहीं हो पा रहा ।