= डामर प्लांट के समीप खुले में डामर में डूबने से गोवंशीय पशु ने तोड़ा दम
= ग्रामीणों ने जताया रोष, प्लांट बंद करने की उठी मांग
मुआवजे की उठाई मांग
= जल्द सुध न ली गई तो सामने आ सकती है बड़ी घटना
(((कुबेर सिंह जीना/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))
कूल चोपड़ा मोटर मार्ग पर लगे डामर प्लांट में जिसका डर था वही हो गया। नियमों की धज्जियां उड़ा लगाए गए डामर प्लांट के समीप इकट्ठा डामर में स्थानीय पशुपालक की गाय डूब गई। उपचार के बाद आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। गुस्साए लोगों ने पशुपालक को मुआवजा दिए जाने तथा डामर प्लांट को तत्काल बंद किए जाने की मांग की है। दो टूक चेताया है कि यदि जल्द प्लांट बंद नहीं किया गया तो प्लांट के समीप ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। लोगों ने इसे विभागीय अधिकारियों की लापरवाही करार दिया है।
चोपड़ा डामर प्लांट पर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बावजूद जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं। कई बार व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। डामर प्लांट स्थापित करने की अनुमति देने वालों की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं। प्लांट के जान जोखिम में होने का भी खतरा बढ़ गया है स्थानीय हरीश चंद्र की गाय डामर प्लांट के समीप इकट्ठा किए गए डामर में डूब गई। उपचार किया गया पर आखिरकार उसने दम तोड़ दिया। पूर्व में भी एक गोवंशीय पशु की डामर में डूबने से मौत हो चुकी है। पशुपालक व ग्रामीणों ने प्लांट संचालित करने वाले लोगों से इकट्ठा डामर के चारों ओर चारदिवारी करने तथा मुआवजा देने की मांग उठाई तो डामर संचालकों ने ग्रामीणों को धमका दिया ऐसे में अब ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खुले गड्ढों में यदि कोई बच्चा या ग्रामीण गिर जाए तो मौत निश्चित है।
स्थानीय लोगो ने जल्द डामर प्लांट बंद करने तथा पशुपालक को मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेताया है की यदि सुनवाई ना हुई तो डामर प्लांट के समीप ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा।